एकल पट्टा मामलाः 2013 में फर्जी दस्तावेजों से दर्ज करवाई थी फाइल गुम होने की रिपोर्ट, अब इस मामले में सचिवालय कर्मचारियों पर केस

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जयपुर। राजस्थान के चर्चित एकल पट्टा मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। इस मामले से जुड़ी पत्रावली (फाइल) गुम होने के मामले में 9 साल पहले दर्ज हुई एफआईआर पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं। अब उस पुरानी एफआईआर को लेकर अशोक नगर थाने में एक नई प्राथमिकी दर्ज हुई है, जिसमें कूटरचित (जाली) दस्तावेजों के आधार पर फाइल की गुमशुदगी थाने में दर्ज करवाने का आरोप सचिवालय के कर्मचारियों पर लगा है। फिलहाल अशोक नगर थाना पुलिस इस पूरे मामले को लेकर पड़ताल में जुटी है।

थानाधिकारी उमेश बेनीवाल ने बताया कि एकल पट्टा मामले की जांच कर रही समिति के सचिव रवि शर्मा ने मुकदमा दर्ज करवाया है कि शासन सचिवालय के कर्मचारियों ने कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर एकल पट्टा प्रकरण की पत्रावली की गुमशुदगी 29 अगस्त 2013 को अशोक नगर थाने में दर्ज करवाई थी। ऐसे में सचिवालय के कर्मचारियों के खिलाफ यह नया मुकदमा दर्ज हुआ है, जिसकी जांच थानाधिकारी उमेश बेनीवाल कर रहे हैं।

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गौरतलब है कि एकल पट्टा प्रकरण से जुड़ी फाइल गुम होने की रिपोर्ट 29 अगस्त 2013 को अशोक नगर थाने में दर्ज हुई थी। एकल पट्टा मामले की जांच कर रही समिति की पड़ताल में यह सामने आया कि उस समय कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर फाइल गुम होने की रिपोर्ट अशोक नगर थाने में दर्ज करवाई गई थी। ऐसे में रिपोर्ट दर्ज करवाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अब आईपीसी की धारा 420, 465, 467, 468 और 120बी के तहत यह मुकदमा दर्ज हुआ है।

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