‘डिसएबल’ नहीं ‘डिफरेंटली-एबल्ड’ कहें : सुनीता मीना

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जयपुर। राजस्थान पुलिस एवं प्रयास संस्था के दिव्यांग व अन्य छात्रों व प्रशिक्षकों द्वारा विश्व दिव्यांगता दिवस के उपलक्ष में जवाहर सर्किल पर स्थित पत्रिका द्वार पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस वर्ष की थीम “सामाजिक प्रगति को बढ़ाने के लिए दिव्यांगता समावेशन को बढ़ावा देना” रही।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सुमित मेहरड़ा(IPS) यातायात पुलिस उपायुक्त (DCP) एवं सुनीता मीना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कम्युनिटी पुलिसिंग विशिष्ट अतिथि सत्या संगथिर प्रयास फाउंडेशन एवं नूपुर फाउंडेशन द्वारा हरी झंडी दिखाकर विश्व दिव्यांग जागरूकता दिवस रैली को रवाना किया। रैली में दिव्यांग बच्चे,सामान्य बच्चे, शिक्षार्थी, स्टाफ आमजन एवं पुलिस अधिकारी आदि शामिल हुए। स्पेशल बच्चों के द्वारा हम होंगे कामयाब गाना, एकल नृत्य एवं नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया।

सुनीता मीना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं कालिका पेट्रोलिंग यूनिट द्वारा विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को आत्म-सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया विपरीत परिस्थितियों में क्या करें, कैसे करें इसके साथ ही राजकॉप सिटिजन एप के बारे में बताया।

समावेशन को बढ़ावा देने के संबंध में शपथ ली गई

सुनीता मीना ने कहा कि यह बच्चे डिसएबल नहीं डिफरेंटली एबल है इनको सहानुभूति के साथ ही समानता का एहसास करना चाहिए और इनके हौसलों को बढ़ाना चाहिए। डीसीपी ने कहा पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों को सांकेतिक भाषा की बेसिक ट्रेनिंग होनी चाहिए ताकि दिव्यांग बच्चों की भाषा को आसानी से समझ सकें, मैं खुद सांकेतिक भाषा सीख रहा हूं, नूपुर फाउंडेशन की तरफ से सांकेतिक भाषा इंटरप्रेटर पूरे प्रोग्राम के दौरान उपस्थित रहे।

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