जयपुर। दशलक्षण महापर्व के अंतर्गत शुक्रवार को सुगंध दशमी मनाई गई। दिगम्बर जैन धर्मावलंबियों ने मंदिरों में अष्ट कर्म के नाश करने के लिए अग्नि पर धूप खेई। फिर घरों में भी सुगंधित धूप दी। शाम को जैन दर्शन, तीर्थंकरों के जीवन चरित्र पर आधारित ज्ञानवर्धक तथा संदेशात्मक झांकियां सजाई गई।
झांकियों को देखने के लिए जैन समाज के लोग परिवार सहित कॉलोनी सहित अन्य कॉलोनियों के जैन मंदिर पहुंचे। राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर की अलग-अलग टीम ने झांकियों का अवलोकन किया। राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन ने बताया कि राजधानी के 20 से अधिक दिगंबर जैन मंदिरों में एक से बढक़र एक झांकियां सजाई गई।
ये रही प्रमुख झांकियां:
मनिहारों का रास्ता: श्री दिगंबर जैन मंदिर बड़ा दीवानजी में महिला जागृति संघ द्वारा राजमहल से जंगल की ओर झांकी।
सिद्धार्थ नगर: श्री दिगंबर जैन मंदिर महावीर स्वामी में जैन धर्म आदिनाथ काल से वर्तमान तक की झांकी।
बापूनगर: गणेश मार्ग के पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन चैत्यालय में नंदीश्वर द्वीप, ज्ञान तीर्थ टोडरमल स्मारक ट्रस्ट में संस्कार झांकी।
जवाहर नगर: श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में नवग्रह जिनालय तथा आदर्श नगर के मुल्तान दिगंबर जैन मंदिर में भरत चक्रवर्ती के सोलह सपने की झांकी।
टॉक फाटक पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर मधुवन में जैन धर्म का भविष्य झांकी।
गोपालपुरा बायपास: शक्तिनगर के श्री चन्द्रप्रभु दिगंबर जैन पल्लीवाल मंदिर में अर्हं योग एवं ध्यान की झांकी।
कीर्तिनगर: श्रीपाश्व्रनाथ दिगंबर जैन मंदिर में वंडरप्ुऊल जैनिज्म-वैभव जैनत्व झांकी।
महावीर नगर: श्री दिगंबर जैन मंदिर में कर्मों की झांकी।
अग्रवाल फार्म थड़ी मार्केट के पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर में अहिंसक आहार सजीव झांकी।
पटेल नगर श्री चन्द्र प्रभु दिगंबर जैन मंदिर में तीर्थराज सम्मेद शिखरजी। कालवाड़ रोड मंगलम सिटी के श्री मुनिसुव्रत नाथ दिगंबर जैन मंदिर में महावीर के पांच कल्याणक की झांकी। सांगानेर संभाग महल योजना के श्री मुनिसुव्रतनाथ दिगंबर जैन मंदिर में कर्मों की सांप सीढ़ी, श्योपुर प्रतापनगर के श्री चन्द्रप्रभु दिगंबर जैन मंदिर में पाप से बचे की झांकी। प्रतापनगर सेक्टर-17 के आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर में एक अन्तर्यात्री की यात्रा- संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महामुनिराज की सजीव झांकी।