जयपुर। भाद्रपद कृष्ण पक्ष की एकादशी 29 अगस्त को अजा एकादशी के रूप में मनाई जाएगी। इस दिन तीन शुभ संयोग बननेे के कारण यह व्रत काफी महत्वपूर्ण हो गया है। एकादशी पर भगवान विष्णु के मंदिरों में ठाकुरजी के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रहेगी। मंदिरों में विशेष झांकियों के दर्शन होंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र मिश्रा ने बताया कि एकादशी तिथि की शुरूआत 29 अगस्त को मध्य रात्रि हो गई जो 30 अगस्त को देर रात तक रहेगी। अजा एकादशी पर तीन संयोग रहेंगे। पहला संयोग तो यह है कि भगवान विष्णु का यह व्रत गुरुवार के दिन है।
गुरुवार भगवान विष्णु की पूजा और व्रत का दिन है। दूसरा संयोग यह है कि अजा एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनेगा। यह शाम 4: 39 बजे बनेगा और पारण वाले दिन 30 अगस्त को सुबह करीब छह बजे खत्म होगा। तीसरा संयोग यह है कि व्रत वाले दिन सुबह में सिद्धि योग बनेगा, जो शाम सवा छह बजे तक रहेगा।धार्मिक मान्यता है कि अजा एकादशी का व्रत राजा हरिश्चंद्र ने भी रखा था, जिसके कारण उनके जीवन में काफी सकारात्मक बदलाव देखने को मिले। उधर, गोविंद देवजी मंदिर में एकादशी व्रत 30 अगस्त को है।
एकादशी पूजन शुभ मुहूर्त:एकादशी व्रत की पूजा सूर्योदय बाद करें। क्योंकि उस समय सिद्धि योग है। सुबह 05:58 से लेकर सुबह 07: 34 बजे तक शुभ मुहूर्त है। वहीं चर-सामान्य मुहूर्त सुबह 10: 46 से दोपहर 12: 22 तक है। वहीं लाभ-उन्नति मुहूर्त 12: 22 से 01:58 बजे तक है। अमृत मुहूर्त दोहपर 01: 58 से अपराह्न 03ङ 34 तक है।
भजनों से करेंगे गुणगान
म्हारे घरा पधारो श्याम संस्था की ओर से एकादशी पर अग्रवाल फार्म मानसरोवर सेक्टर 113 के श्याम पार्क में शाम सात बजे से श्याम भजन संध्या और नंदोत्सव का आयोजन किया जाएगा। श्याम प्रभु का अनुपम श्रृंगार कर छप्पन भोग की झांकी सजाई जाएगी। जयपुर के नामी कलाकार बाबा श्याम का गुणगान करेंगे।