जयपुर। सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ अब आराध्य देव गोविंद देवजी थोड़ी से देर से उठेंगे। अभी उनके उठने का समय सुबह चार बजे है और वे साढ़े पांच बजे तक यानी पूरे डेढ़ घंटे भक्तों को दर्शन दे रहे हैं। लेकिन अब ठाकुरजी सुबह पांच बजे यानी एक घंटे देरी से उठेंगे। उनके मंगला दर्शन भी मात्र पंद्रह मिनिट होंगे। हालांकि रविवार और एकादशी तथा विशेष उत्सव के दिन वे ज्यादा देर तक दर्शन देंगे। मंदिर प्रबंधन ने 7 नवम्बर से 11 फरवरी तक का कैलेंडर जारी कर दिया है।
मंगला झांकी प्रात: 05:00 से 05:15 बजे तक, धूप झांकी प्रात: 07:45 से 09:00 बजे तक, श्रृंगार झांकी प्रात: 09:30 से 10:15 बजे तक, राजभोग झांकी प्रात: 10:45 से 11:15 बजे तक, ग्वाल झांकी शाम 05:00 से 05:15 बजे तक, संध्या झांकी शाम 05:45 से 06:45 बजे तक तथा शयन झांकी रात्रि 08:00 से 08:15 बजे तक रहेगी। गोविंद देवजी मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि प्रत्येक रविवार एवं एकादशी के दिन विशेष दर्शन व्यवस्था रहेगी। जिसमें मंगला झांकी प्रात: 04:30 से 05:15 बजे तक, धूप झांकी प्रात: 07:30 से 09:00 बजे तक, ग्वाल झांकी सायं 04:45 से 05:15 बजे तक तथा शयन झांकी रात्रि 07:45 से 08:15 बजे तक होगी। परिस्थितियों के अनुसार समय परिवर्तन संभव रहेगा।
ये रहेगी एकादशी की तारीख
उत्पन्ना एकादशी 15 नवम्बर, मोक्षदा एकादशी 01 दिसम्बर, सफला एकादशी 15 दिसम्बर, पुत्रदा एकादशी 31 दिसम्बर, षट्तिला एकादशी 14 जनवरी, जया एकादशी 29 जनवरी को मनाई जाएगी। देवकार्य अमावस्या 20 नवम्बर, 19 दिसम्बर एवं 18 जनवरी को तथा पूर्णिमा 04 दिसम्बर, 03 जनवरी और 01 फरवरी को रहेगी। श्रील गोस्वामीपाद प्रद्युम्न कुमार देव जीऊ का तिरोभाव दिवस 24 नवम्बर मनाया जाएगा। व्यंजन द्वादशी 02 दिसम्बर को मनाई जाएगी। ठाकुर श्री गोविन्द देवजी का वार्षिक पाटोत्सव बसंत पंचमी के दिन, 23 जनवरी 2026 को बड़े हर्षोल्लास से संपन्न होगा।




















