जयपुर। सरना डूंगर रीको एरिया स्थित कदंब डूंगरी में महंत सीतारामदास महाराज और संस्कार दास महाराज के सानिध्य में कल रविवार, 21 दिसंबर को 42 वां लक्खी पौष बड़ा महोत्सव आयोजित किया जाएगा। पावन मंगल सेवा संस्थान की ओर से आयोजित लक्खी पौषबड़ा महोत्सव की तैयारियां पिछले दो माह से चल रही है। आस पास के दर्जनों गांवों में चूल्हा उपाड़ न्योता दिया जा चुका है।
प्रसादी बनाने का कार्य शनिवार सुबह भट्टी पूजन के साथ प्रारंभ हो जाएगा। डेढ़ सौ हलवाई करीब 35 भट्टियों पर भोजन प्रसादी तैयार करेंगे। इस बार 40 क्विंटल आटा, 30 क्विंटल सूजी, 80 पीपे देसी घी, 140 पीपे तेल, 25 क्विंटल चौंला-मूंग की दाल तथा 25 टन सब्जी, मसालों से भोजन प्रसादी तैयार की जाएगी। महाप्रसादी के लिए सामान जन सहयोग से एकत्र किया गया है।
संत प्रसादी से होगा महोत्सव का शुभारंभ
सुबह सवा ग्यारह बजे ठाकुर श्री सीताराम जी महाराज, मंगलदास जी महाराज, शिव मंदिर में भोग लगाकर आरती की जाएगी। इसके बाद जयपुर मंडल के 2100 साधु- संतों को और कन्याओं को भोजन कराया जाएगा। अयोध्या, काशी, प्रयागराज, मथुरा, हरिद्वार सहित विभिन्न तीर्थ स्थान के साधु-संत सान्निध्य प्रदान करेंगे। इसके बाद श्रद्धालुओं की महाप्रसादी प्रारंभ होगी। खुले आसमान के नीचे एक साथ चार से पांच हजार श्रद्धालु पंगत प्रसादी ग्रहण कर सकेंगे। करीब 500 स्वयंसेवक भोजन परोसने में सहयोग करेंगे।
देर शाम तक प्रसादी का कार्यक्रम चलेगा। सरना डूंगर गांव, रीको इंडस्ट्रीयल एरिया, बैनाड़, खोरा, लालचंदपुरा, किशनपुरा, गोविंदपुरा, हाथोज, मंशारामपुरा, मुरलीपुरा, झोटवाड़ा के हजारों श्रद्धालु परिवार सहित ठाकुर जी की प्रसादी ग्रहण करेंगे। दिल्ली, मुंबई सहित अन्य शहरों के भक्त कार्यक्रम में उपस्थित रहेंगे।




















