जयपुर। घुमंतू समाज को शहरों में यथास्थान पर पट्टे की मांग तथा सपेरों की ढाणी में नगर निगम ग्रेटर की मिलीभगत से भूमाफिया द्वारा बना दिए गए अवैध निर्माण तथा मस्जिद को तोड़ने की मांग को लेकर चल रहा भूख हड़ताल बाइसवें दिन भी जारी रहा। भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने सपेरों की ढाणी में भू माफियाओं के नगर निगम ग्रेटर की मिलीभगत से अतिक्रमण की शिकायत की मुख्यमंत्री की जांच में लीपापोती का आरोप लगा ।
इस भूख हड़ताल अभियान की शुरुआत की थी जो 22 दिन बाद राजधानी ही नहीं पूरे प्रदेश के घुमंतू समाज की बस्तियों में फैल गया है । ज्ञातव्य रहे कि राजधानी में हो रहे इस आंदोलन में शिरकत करने गणतंत्रता दिवस पर दूरदराज के जिलों से घुमंतू समाज के पंच पटेल, सामाजिक नेता तथा कार्यकर्ता पहुंचे थे।
आज भूख हड़ताल के 22 वें दिन हड़ताल में बैठे सभी कार्यकर्ताओं का भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने माला पहनाकर स्वागत किया । उपस्थित सभी घुमंतू समाज के कार्यकर्ताओं नागरिकों को सरकार द्वारा हाल ही में चारागाह में दिए गए पट्टों के आदेश तथा जयपुर शहर में दिए गए सर्वे के आदेश की प्रती देने के बाद सभी कार्यकर्ता रैली के रूप में सपेरों की ढाणी से रवाना होकर बागरियों की ढाणी के लिए रवाना हुए।
इस अवसर बागरियों की ढाणी में भूख हड़ताल में शामिल आन्दोलनकर्ताओं के स्वागत में उत्साह देखने को मिला। रैली में बिशनलाल बावरी, रोड़ी देवी बावरी, अंतरनाथ सपेरा, रामप्रसाद भोपाल, राजाराम, कैलाश बंजारा, मोहन राठौर, प्रेम कोली, मन्ना देवी, काली देवी, राजू बंजारा, संजय गाड़िया लोहार, सुरेश गाड़िया लोहार आदि के नेतृत्व में गुर्जर की तड़ी बाबा रामदेव नगर कच्ची बस्ती, बदरवास बंजारा बस्ती, भारत माता सर्कल स्थित कच्ची बस्ती, मुहाना मोड़ स्थित लोहार कॉलोनी, महापुरा स्थित जेके लक्ष्मी कॉलेज के नजदीक वाली कच्ची बस्ती, दौलतपुर कच्ची बस्ती, शिकारी की ढाणी कच्ची बस्ती, अक्षय पत्र कच्ची बस्ती, गांधी पथ वैशाली नगर कच्ची बस्ती, बाणिया वाली कच्ची बस्ती आदि दो दर्जन से अधिक कच्ची बस्ती के पदाधिकारी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया ।
भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के पदाधिकारियों ने कहा है भूख हड़ताल तब तक चलता रहेगा जब तक नगर निगम ग्रेटर के अधिकारियों द्वारा सपेरों की ढाणी में अतिक्रमी भूमाफिया तथा मिलीभगत कर रहे निगम कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई नहीं करते।