मीडिया राउंड टेबल का आयोजन: लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की अक्षुण्ण भागीदारी से साकार होगी जल संरक्षण की संकल्पना

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The concept of water conservation will be realized with the unbroken participation of the fourth pillar of democracy
The concept of water conservation will be realized with the unbroken participation of the fourth pillar of democracy

जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों की अनुपालना में मंगलवार को जयपुर जिला प्रशासन द्वारा वंदे गंगा जल संरक्षण जन अभियान के तहत द्वारा मीडिया राउंड टेबल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मीडिया राउंड टेबल कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर के प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स ने भी शिरकत की और परिचर्चा में सक्रिय भागीदारी निभाई।

जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग, कृषि विभाग, जल संसाधन विभाग, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग, वन विभाग, नगर निगम, उद्यानिकी विभाग, भू-जल विभाग एवं राजीविका विभाग के अधिकारियों ने मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों के समक्ष अपना प्रस्तुतिकरण दिया एवं वंदे गंगा जल संरक्षण अभियान के तहत जिले में जल संरक्षण एवं जल संचयन की दिशा में हुए विकास कार्यों एवं नवाचारों की विस्तृत जानकारी प्रदान की।

कार्यक्रम के दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा ने अभियान के तहत अब तक जिले में किए गए जल संरक्षण कार्यों की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ की सक्रिय एवं सकारात्मक भागीदारी से ही जिले में जल संरक्षण एवं जल संचयन की संकल्पना साकार होगी।

भूजल संग्रहण की महत्ता को रेखांकित करते हुए अभियान की रूपरेखा, गतिविधियों और आगामी योजनाओं के संबंध में विस्तार से संवाद किया। उन्होंने बताया कि जिले भर में साफ-सफाई, पौधारोपण, पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता जैसे विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है, जिसमें आमजन और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित की जा रही है।

वाटरशेड विभाग के अतिरिक्त मुख्य अभियंता दिनेश कुमार ने वर्षा जल संग्रहण को भूजल संवर्धन का प्रभावी माध्यम बताया। उन्होंने पारंपरिक जल संरक्षण तकनीकों की उपयोगिता तथा जिले में चल रहे विभिन्न विकासात्मक कार्यों की जानकारी मीडिया के समक्ष रखी।

कार्यशाला में मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रतिभा वर्मा ने बताया कि जल संरक्षण एवं जल संचयन के प्रति आमजन में जागरुकता बढ़ाने, जल स्त्रोतों की स्थिरता एवं पुनर्निर्माण के लिए सामूहिक प्रयासों को बढ़ावा देने, वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने एवं जल संकट से निपटने के लिए उपयों को लागू करने, ग्रामीण एवं शहरी समुदायों में जल उपयोग की दक्षता बढ़ाने, जल संरक्षण में जन भागीदारी सुनिश्चित करने एवं स्थानीय आमजन को सक्रिय रूप से भागीदार बनाने, जलवायु परिवर्तन के कारण जल संकट की गंभीरता को कम करने की दिशा में प्रयास करने, अकार्यशील हैंडपंप, सूखे कुएं एवं नलकूपों के माध्यम से भूजल को पुनःभरण को बढ़ावा देने, व्यर्थ बहने वाले वर्षा जल को रिचार्ज शॉफ्ट के माध्यम से भूजल पुनःभरण करने में भागीदारी निभाने का आह्वान किया।

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