
जयपुर। नगर निगम ग्रेटर की टीम शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने एवं स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में टॉप 3 में आने के लिए लगातार एक्शन मोड में कार्य कर रही है। बुधवार को नगर निगम ग्रेटर की पूरी टीम फील्ड पर उतरी। सभी वार्ड ओआईसी ने आवंटित वार्ड की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। सभी ओआईसी ने सफाई कर्मचारियों की हाज़िरी, मुख्य मार्गों पर कचरा पात्र की स्थिति, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण का फीडबैक, सफाई कर्मचारी प्रोपर यूनिफॉर्म में है या नहीं, कचरा डिपो की स्थिति, अवैध हॉर्डिंग-बैनर-पोस्टर, सी एंड डी वेस्ट, सार्वजनिक शौचालय की स्थिति सहित 20 बिंदुओं पर सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया।
आयुक्त ने बुधवार को मालवीय नगर जोन में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। आयुक्त ने बजाज नगर, जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, ओटीएस चौराहा, पत्रिका गेट आदि का निरीक्षण किया। मुख्य मार्गों पर गंदगी पायी जाने पर नाराज़गी ज़ाहिर की तथा मौके पर ही सफाई करवाने के निर्देश दिये। आयुक्त ने मुख्य मार्गों पर लगे हुए कचरा पात्रों की स्थिति को भी देखा। जहाँ कचरा पात्र टूटे हुए मिले, उन्हें बदलने एवं जहाँ कचरा पात्र कचरे से भरे हुए थे, उन्हें खाली करवाने के निर्देश दिए।
आयुक्त ने बताया कि शहर को स्वच्छ रखना हमारे लिए प्राथमिक कार्य है। तकनीक का उपयोग, प्रभावी मॉनिटरिंग, आमजन को समझाइश, धरातल पर सफाई, जन भागीदारी और जन जागरूकता से ही शहर स्वच्छ और सुंदर बन सकेगा। आयुक्त के निर्देश पर बुधवार को ग्रेटर क्षेत्राधिकार के 150 वार्डों में 150 वार्ड ओआईसी सुबह 7ः30 बजे से 9ः00 बजे तक आवंटित वार्ड की सफाई व्यवस्था को परखने फील्ड पर उतरे। मौके पर जाकर स्वच्छता के विभिन्न मानकों को जाँचा। डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण व्यवस्था का आमजन से फीडबैक लिया। आमजन को गंदगी न फैलाने के लिए समझाइश की तथा मौके पर कैरिंग चार्ज भी वसूल किया।



















