जयपुर। जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल परिसर स्थित पीजी हॉस्टल में रेजिडेंट डॉ. राकेश बिश्नोई की आत्महत्या करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मंगलवार को परिजन सहित अन्य लोग जयपुर के एसएमएस अस्पताल के मुर्दाघर के बाहर धरने पर बैठ गए और न्याय की मांग की। धरना स्थल पर सांसद हनुमान बेनीवाल सहित कई अन्य नेता भी मौके पर पहुंचे।
हालांकि जोधपुर के शास्त्रीनगर थाने में रविवार रात डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में फार्माकोलॉजी विभागाध्यक्ष राजकुमार राठौड़ के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया गया, लेकिन कार्रवाई नहीं किए जाने से परिजनों में आक्रोश व्याप्त है। जयपुर एसएमएस अस्पताल की मोर्चरी में रखे डॉ. राकेश के शव को दूसरे दिन मंगलवार को भी परिजनों ने नहीं लिया गया। परिजन ने पोस्टमार्टम भी नहीं करवाया।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने एसएमएस अस्पताल पहुंचकर परिजन का ढांढ़स बंधाया और कहा कि यह कोई साधारण मामला नहीं है, बल्कि चिकित्सा शिक्षा संस्थानों में व्याप्त शोषण, मानसिक उत्पीड़न और अकादमिक दबाव की भयावह तस्वीर है। यह पूरे चिकित्सा तंत्र पर सवाल खड़े करता है। सरकार मेडिकल कॉलेजों में हो रहे अत्याचारों से या तो बेखबर है या जानबूझकर आंखें मूंदे बैठी है। उन्होंने मांग की कि मृतक डॉक्टर के परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए व एक परिजन को सरकारी नौकरी दी जाए।