जयपुर। जयपुर के गुप्त वृन्दावन धाम में नव वर्ष के पहले उत्सव के महा आयोजन की तैयारियां अपने पूरे चरम पर हैं, 10 फ़रवरी को मंदिर में नित्यानंद त्रयोदशी मनाई जायेगी| गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय में माघ मास की त्रयोदशी को श्रील नित्यानंद महाप्रभु (जो श्री बलराम अवतार हैं) के आविर्भाव दिवस के रूप में मनाया जाता है।
इस अवसर पर श्री श्री कृष्ण बलराम का विशेष फूलों से श्रृंगार किया जाएगा, गुप्त वृन्दावन धाम में गुलाब, ऑर्किड, कारनेशन, मधुकाम्नी, जाफरी, कनेर, मोगरा, डेजी, देहलिया के फूलों की झांकी सजाई जायेगी और इसके साथ ही शाम के समय श्री श्री गौर निताई की विशेष पालकी निकाली जायेगी।
नित्यानंद त्रयोदशी पर गुप्त वृन्दावन धाम के वृन्दावन गार्डन में श्री श्री गौर निताई के विग्रह का पंचगव्य, 21 फलों के रस, औषधियों एवं पुष्पों से महाभिषेक किया जाएगा, जिसमे पूरे शहर से हज़ारों भक्त शामिल होंगे| सभी भक्त भाव विभोर होकर हरिनाम संकीर्तन पर झूमेंगे और भगवान के पवित्र नाम का जाप करेंगे।
प्रभू नित्यानंद के प्राकट्य पर मंदिर के अध्यक्ष अमितासना दास ने प्रकाश डालते हुए बताया की “कलियुग में भक्तों का उद्धार करने के लिए प्रभू नित्यानंद ने बंगाल के एकचक्र धाम में अवतार लिया| प्रभू नित्यानंद श्री बलराम के अवतार हैं,चैतन्य महाप्रभु ने उन्हें अपना सर्वोत्तम भक्त स्वीकार किया है। नित्यानंद महाप्रभु सभी जीवों के लिए गुरुतत्व हैं।”




















