यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा तथा जेडीसी आनंदी के पुतले के साथ शुरू हुआ भूख हड़ताल

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The hunger strike began with the effigies of UDH Minister Jhabar Singh Kharra and JDC Anandi
The hunger strike began with the effigies of UDH Minister Jhabar Singh Kharra and JDC Anandi

जयपुर। राजधानी जयपुर के जगतपुरा स्थित सपेरों की ढाणी में घुमंतू समाज की बस्ती में अवैध निर्माण करने वाले भू माफियाओं के तांडव को रोकने के लिए सभी प्रयास करने के बाद मजबूरी में घुमंतू समाज ने पूरी बस्ती के साथ बस्ती में ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है । तुरंत कार्रवाई नहीं होने पर आज शाम से ही पूर्व में दिए गए 24 घंटे के अल्टीमेटम के समाप्त होने पर स्वायत शासन मंत्री झाबर सिंह खर्रा एवं जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त आनंदी के पुतले के साथ बस्ती के ही सपेरा जाति के प्रहलाद नाथ, पप्पू नाथ गोपाल नाथ , तथा धर्मनाथ ने भूख हड़ताल शुरू की।

भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि लूनियावास में स्थित सपेरो की ढाणी तथा बागरियों की ढाणी में पिछले लगभग 70 80 वर्षों से लोग निवास कर रहे हैं । इसी को देखते हुए जयपुर विकास प्राधिकरण ने जब यहां अपनी योजना लागू की तब इन बस्तियों के लिए स्थान चिन्हित कर उस स्थान से दूर अपने पट्टे काटे लेकिन कुछ भूमाफिया जयपुर विकास प्राधिकरण तथा पुलिस प्रशासन के साथ मिलीभगत कर घुमंतू समाज के लिए छोड़ी गई भूमि पर नकली कागजात के दम पर कब्जा कर घुमंतू समाज की बस्तियों को उजाड़ रहे हैं।

एक ओर जहां भजनलाल सरकार ग्रामीण इलाकों में घुमंतू समाज को सदियों की दासता से मुक्त करने के लिए निशुल्क पट्टे दे रही है और हर संभव मदद कर रही है वहीं शहर में भूमाफिया अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर घुमंतू समाज को रौंद रहे हैं।

नाडार ने कहा कि मामले की जानकारी मुख्यमंत्री को दी गई थी जिस पर जांच के आदेश दिए गए थे लेकिन उसके बावजूद स्थानीय प्रशासन लीपापोती कर घुमंतू समाज की अशिक्षित जनता को मूर्ख बनाने का काम कर रही हैं। यह अन्याय असहनीय हैं और ऐसे ही मामले शहर के कमोबेश अपेक्स हॉस्पिटल, रावण मंडी, तथा अन्य बस्तियों में भी देखने को मिला है ।

वर्तमान में गुर्जर की थड़ी स्थित बाबा रामदेव नगर, बदरवास स्थित बंजारा बस्ती, तथा लूनियावास की यह बस्तियां भू माफियाओं की नजर में हैं। क्योंकि घुमंतू समाज के नागरिक भोले वाले और अशिक्षित हैं । ऐसे में उनके बीच के ही किसी नेता को खरीद कर भूमाफिया अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं । जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषी को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

भूख हड़ताल के प्रथम दिन भारत छोड़ो मिशन सोसाइटी के घुमंतू समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी अंतर नाथ सपेरा, गोपाल नाथ सपेरा, मोहन सपेरा, जगदीश कालबेलिया, काली देवी, राजू बंजारा, छोगाराम बंजारा, कैलाश बंजारा, रामचंद्र सांसी, भागीरथ बागरिया, गोपी बागरिया आदि ने भाग लेकर अधिक से अधिक संख्या में पंच पटेलन को शामिल करने की रणनीति पर कार्य करना शुरू कर दिया।

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