May 1, 2025, 7:21 am
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गोविंद देवजी मंदिर दो फरवरी को छाएगा बसंत का उल्लास

जयपुर। ठिकाना मंदिर गोविंददेव जी मंदिर में बसंत पंचमी उत्सव 2 फरवरी को मंदिर के पाटोत्सव के रूप में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस उपलक्ष्य में मंदिर में अनेक धार्मिक आयोजन होंगे। मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि सुबह मंदिर कीर्तनिया एवं परिकर जन मंगल गीत एवं बधाई गान से दिवस की शुरुआत करेंगे। मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में बसंत पंचमी को मंगला झांकी सुबह 4 से सवा 4 बजे तक होगी। सुबह 5 से सवा 5 बजे तक ठाकुर जी का वेद मंत्रोच्चार के साथ पंचामृत अभिषेक किया जाएगा।

मावा पेड़े का भोग अर्पण किया जाएगा। इसके बाद महाआरती के दर्शन होंगे। अभिषेक झांकी बाद ठाकुर श्रीजी को विशेष पीत (पीली) पोशाक एवं अलंकार श्रृंगार धारण कराया जाएगा। धूप झांकी साढ़े 8 से पौने 9 बजे तक होगी। धूप झांकी खुलने पर पहले अधिवास पूजन होगा। इसके बाद धूप की आरती होगी।

धूप झांकी में ठाकुर श्रीजी को बेसन के लड्डू का भोग अर्पण किया जाएगा। शृंगार झांकी सुबह सवा 10 से 10: 45 बजे तक होगी। शृंगार झांकी के बाद मां भगवती सरस्वती का पूजन जगमोहन मध्य में ठाकुर श्रीजी के सन्मुख होगा। ठाकुर श्रीजी को पांच प्रकार गुलाल, इत्र का अर्पण किया जाएगा।उसके बाद राजभोग की आरती होगी। राजभोग झांकी का समय सुबह 11: 15 से दोपहर 11: 45 बजे तक रहेगा।

भक्ति रत्नाकर ग्रंथ में है उल्लेख :

ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी महाराज में बसंत पंचमी का दिन एक विशेष उत्सव के रूप मनाया जाता है। करीब 500 वर्ष पूर्व इस दिन श्रील रूप गोस्वामी पाद ने ठाकुर श्रीजी का विग्रह गोमाटीला (वृंदावन) में पुन: प्रकट किया था। मूल बंग (बंगला) भाषा में रचित माध्व गौड़ीय संप्रदाय के सर्वमान्य ग्रंथ भक्ति रत्नाकर ग्रंथ के द्वितीय तरंग में स्पष्ट अंकित है कि श्री गोविन्द प्रगटे होइलो रूप द्वारे। अर्थात श्री रूप गोस्वामी पाद ने ठाकुर श्री गोविंद देव जी को प्रगट किया। इस कारण माघ शुक्ला पंचमी के दिन ठाकुर श्री जीऊ का पाटोत्सव (पट्टाभिषेक) अनुष्ठान मनाया जाता आ रहा है।

साप्ताहिक हवन ब्रह्मपुरी में

गोविंद देवजी मंदिर में हर रविवार को सुबह नौ से ग्यारह बजे तक होने वाला नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ मंदिर के बजाय ब्रह्मपुरी स्थित गायत्री शक्तिपीठ में साढ़े आठ से दोपहर बारह बजे तक होगा। इस मौके पर विद्यारंभ, यज्ञोपवीत, दीक्षा सहित अन्य संस्कार भी कराए जाएंगे।

संगम जल वितरण एक को

प्रयागराज में तीन फरवरी को होने वाले अमृत स्नान के उपलक्ष्य में एक फरवरी को मंदिर के सत्संग भवन में संगम जल की दस हजार शीशी वितरित की जाएगी। जल वितरण धूप झांकी से राजभोग झांकी तक होगा।

बिहार समाज संगठन मनाएगा 2 फरवरी को बसंत पंचमी

बिहार समाज संगठन के तत्वावधान में हसनपुरा (हरिपुर) स्थित दुर्गा विस्तार कॉलोनी एनबीसी के पीछे हर साल की तरह इस वर्ष भी 2 फरवरी को बसंत पंचमी का कार्यक्रम धूमधाम से आयोजित किया जाएगा। समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन शर्मा ने बताया कि माघ शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि पर बसंत पंचमी को मां सरस्वती की प्रतिमा विराजमान कर उनकी विशेष पूजा-अर्चना की जाएगी। राष्ट्रीय महामंत्री चन्दन कुमार ने बताया कि रात्रि में भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

जिसमें जाने माने संगीतकार एवं गीतकार अपने स्वरों से मां सरस्वती को रिझाएंगे।पूजा समिति के अध्यक्ष संतोष गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर के प्रबुद्ध व्यक्ति मुख्य रूप से भाग लेंगे। धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में लोक संगीत के कलाकार भोजपुरी मैथिली मगही वंज्जिका एवं हिंदी भाषा में प्रस्तुति देगें।

राष्ट्रीय मिडिया प्रभारी सुरेश पंडित ने बताया कि कार्यक्रम को भव्य रूप देने के लिए रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसके लिए जयपुर नगर निगम से साफ सफाई रंगोली व चल शौचालय आदि की व्यवस्था के लिए आवेदन दिया गया है | जयपुर और बिहार के कलाकार अपना कला को प्रदर्शन करेंगे, साथ ही कई तरह की झांकियां भी कार्यक्रम में सजाई जाएगी। जिसकी तैयारियां जोरों पर चल रही है।

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