जयपुर। ग्रहों के राजा सूर्य दो दिन पूर्व शुक्र के स्वामित्व वाली राशि तुला में गोचर कर चुके हैं। सूर्यदेव कन्या राशि की अपनी यात्रा को विराम देते हुए अब एक महीने तक तुला राशि में रहेंगे, फिर उसके बाद गुरु के स्वामित्व वाली राशि धनु में प्रवेश कर जाएंगे। तुला राशि सूर्य देव की नीच की राशि है। ज्योतिषाचार्य पं. सुरेन्द्र गौड़ ने बताया कि वैदिक ज्योतिष में सूर्यदेव को ग्रहों का राजा, सम्पूर्ण सृष्टि की आत्मा और ऊर्जा का प्रमुख स्त्रोत माना जाता है। सूर्यदेव के राशि परिवर्तन का सभी प्राणियों पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
बारह राशियों पर यह रहेगा असर:
मेष राशि:- मेष राशि के जातकों के लिए सूर्यदेव कुंडली के पांचवें भाव के स्वामी हैं और राशि से राशि से सप्तम यानी दांपत्य भाव में गोचर करते हुए सूर्य का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं रहेगा।
वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्यदेव चौथे भाव के स्वामी होते हैं। सूर्यदेव का गोचर राशि से छठे यानी शत्रु भाव में होने से सूर्य का प्रभाव अच्छा साबित होगा। करियर में तरक्की और व्यापार में अच्छा मुनाफा होगा।
मिथुन राशि:- मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्यदेव तीसरे भाव जो पराक्रम का भाव होता है उसके स्वामी हैं। सूर्य का गोचर विद्या भाव यानी पंचम भाव में हुआ है। ऐसे में संतान संबंधी चिंताएं दूर होंगी। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी।
कर्क राशि- परिवार की तरफ से कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। व्यापार में प्रतिद्वंदियों से कड़ी टक्कर मिलने के संकेत हैं। कुछ अप्रिय समाचार मिल सकता है। इस दौरान दूर की यात्रा करने से बचना होगा।
सिंह राशि:- सूर्य का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणामों का सामना करवाएगा। साहस और पराक्रम के बल पर कठिन से कठिन परिस्थितियों को भी आसानी से नियंत्रित कर लेंगे। धर्म और आध्यात्म के प्रति गहरी रुचि रहेगी।
कन्या राशि:– लंबी दूरी की यात्रा करने का मौका मिल सकता है। करियर में कुछ छोटी-मोटी परेशानियों का सामना करना होगा। व्यापार में फैसले अनुकल नहीं रह सकते हैं। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्र का शिकार होने से बचें।
तुला राशि:- तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्यारहवे भाव के स्वामी हैं और यह पहले भाव में गोचर हुए हैं। ऐसे में आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। कठिन कार्यों में सक्षम होंगे और करियर मे उन्नति मिलेगी। स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों के प्रति थोड़ा सावधान रहना होगा।
वृश्चिक राशि:- सूर्य का प्रभाव अत्यधिक भाग दौड़ और अपव्यय का सामना करवाएगा। यात्राएं कष्टकारक रह सकती हैं और पारिवारिक उलझनों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन कोर्ट कचहरी के मामले चल रहे है उनमें निर्णय आपके ही पक्ष में आएगा।
धनु राशि:- यह प्रभाव काफी बेहतरीन और लाभकारी साबित होगा। लेकिन जो जातक किसी के साथ प्रेम संबंधों में हैं उनको साथी की तरफ से कुछ उदासीनता का सामना करना पड़ सकता है।
मकर राशि:- मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य कुंडली के आठवें भाव के स्वामी हैं जोकि सूर्य का गोचर दशम कर्मभाव में हुआ है। ऐसे में व्यापार और करियर में अच्छा लाभ मिलने के योग हैं।
कुंभ राशि:- कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य देव कुंडली के सातवें भाव के स्वामी होकर नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए भाग्य में वृद्धि करेंगे। धर्म और आध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। गरीबों एवं असहाय लोगों की मदद करने के लिए आगे आएंगे।
मीन राशि:- अचानक से धन लाभ की प्राप्ति हो सकती है। लेकिन इस दौरान अपने कार्यक्षेत्र में वाद-विवाद से बचना होगा। सेहत संबंधी कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि सूर्य के गोचर के प्रभाव से जमीन-जायदाद से जुड़े मामलों में सफलता प्राप्ति होगी।