भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौशल्या हितकारी

0
139
The merciful and kind hearted appeared, beneficial to Kausalya
The merciful and kind hearted appeared, beneficial to Kausalya

जयपुर। आस्था के पावन केंद्र श्री अमरापुर स्थान में रविवार को रामनवमी भगवान श्री राम के पावन जन्मोत्सव के उपलक्ष में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रातः काल की मधुर वेला में नित्य नियम प्रार्थना, संत महात्माओं के सानिध्य में प्रभु श्री राम की महिमा का गुणगान किया गया। प्रवचन के दौरान संत मोनूराम महाराज ने बताया कि 14 वर्ष की बाल्य अवस्था में जब राम वनवास गए, उस समय जीवन की कई वास्तविकताओं से संघर्ष हुआ , उन्हीं संघर्ष को स्वीकार कर विजय प्राप्त कर अयोध्या नरेश राजा राम बने।

संत महात्माओं ने प्रभु श्री राम के विग्रह के समक्ष पुष्प माला ,फल मिष्ठान अर्पित कर आरती स्तुति की। संतो ने सदगुरु टेऊंराम महाराज द्वारा रचित वाणी श्री राम प्रभु की महिमा का गुणगान करते हुए भजनों की प्रस्तृति दी। जिसके पश्चात भगवान श्रीराम के समक्ष 11 सौ लड्डूओं का विशेष भाग अर्पित किया गया। साय काल 4 बजे से संकीर्तन मंडली के सानिध्य में राम जन्मोत्सव के अवसर पर भजन संकीर्तन कर बधाई गीत गाए गए ।

तीन दिवसीय योग साधना शिविर का हुआ शुभारंभ

श्री अमरपुरा स्थान जयपुर में रविवार को तीन दिवसीय योग ध्यान शिवर का शुभारंभ पूज्य संत स्वामी मनोहर लाल महाराज, संत मोनूराम महाराज के सानिध्य में दीप प्रज्वलित कर किया गया । 6 अप्रेल से 8 अप्रैल मंगलवार तक प्रतिदिन प्रातः 8.30 से 9.15 (45 मिनट) तक शिवर का आयोजन किया जाएगा । 7 अप्रैल को भी सुबह 830 से 9:15 (45 मिनट) का योग ध्यान शिविर का सत्र चलेगा। शिविर के अंतर्गत गरिमा, प्रियंका टीचर ने योग साधना के माध्यम से आंतरिक शक्तियों को जीवित रखने , मन को स्थिर रखने के उत्तम साधनों का बोध करवाया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here