जयपुर। दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा जयपुर के बड़ी चौपड़ स्थित श्री रामचन्द्र मंदिर में आयोजित मासिक आध्यात्मिक कार्यक्रम ने एक बार फिर साधकों के हृदयों में गुरु के प्रति अपार श्रद्धा और समर्पण का संचार किया। इस भक्तिपूर्ण कार्यक्रम में जयपुर और आस-पास के क्षेत्रों से सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और सतगुरु आशुतोष महाराज के मार्गदर्शन में आध्यात्मिक उन्नति की ओर अग्रसर होने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के दौरान साध्वी जयवाणी भारती ने विशेष रूप से प्रवचन दिया और कहा कि दिव्य ज्योति जागृति संस्थान भारतीय संस्कृति के उत्थान के लिए एक विलक्षण प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, “संस्थान समाज को आध्यात्मिकता और संस्कृति के मूल्यों से जोड़कर उसे नई दिशा देने का कार्य कर रहा है, जो समाज के हर वर्ग को प्रबुद्ध करने में सहायक है।“ साध्वी जी ने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति का वास्तविक स्वरूप तभी पुनः जागृत होगा, जब हम अपने जीवन में आत्मिक शुद्धता और ब्रह्मज्ञान से जुड़ेंगे।
कार्यक्रम में संत समाज और विद्वत प्रचारकों ने मधुर भजनों और प्रेरणादायक प्रवचनों के माध्यम से भक्तों को गुरु भक्ति और अध्यात्म मार्ग पर दृढ़ता से चलने के लिए प्रेरित किया।साध्वी लोकेशा भारती जी ने अपने प्रवचन में कहा कि पूर्ण गुरु के मार्गदर्शन से साधक जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों को पार करते हुए निरंतर आध्यात्मिक उन्नति की दिशा में अग्रसर होते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि गुरु के अनंत प्रेम और करुणा से साधक के हृदय में स्थिरता और शांति आती है, जिससे वह जीवन के समस्त विकर्षणों से पार पा सकता है।
गुरु का साथ और कृपा साधक के जीवन में अद्वितीय परिवर्तन लाती है। कार्यक्रम के अंत में भक्तों ने भंडारा प्रसाद का आनंद लिया और गुरु की कृपा का आशीर्वाद लिया। यह आयोजन गुरु-शिष्य संबंधों को और भी दृढ़ करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो साधकों को न केवल भक्ति मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है, बल्कि उनके जीवन को एक नई दिशा भी प्रदान करता है।