जयपुर। राजस्थान में एसआई भर्ती को रद्द करवाने आरपीएससी को भंग करवाने सहित संगठित भ्रष्टाचार,पेपर लीक और फर्जी अभ्यर्थियों की भर्ती के खिलाफ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी द्वारा चलाया जा रहा आंदोलन अपने आठवें दिन में पहुंच गया है। जयपुर के शहीद स्मारक पर आंधी,तूफान में भी डटे हुए सैकड़ों कार्यकर्ताओं और आंदोलनकारियों के बीच पार्टी संयोजक एवं नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए आने वाले दिनों की रणनीति पर बात करते हुए सरकार के दोहरे रवैये पर जमकर निशाना साधा।
“कल तो सिर्फ झलक थी अब एक लाख लोगों के साथ मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। उन्होंने लोकतंत्र को बचाने के लिए सांकेतिक गिरफ्तारी दी । लेकिन जरूरत पड़ने हम पूरी ताकत दिखाएंगे। मंत्रियों के दबाव में भजनलाल जी सही निर्णय नहीं कर पा रहे है। मगर ये बात स्पष्ट कर दूं इस बार भजनलाल जी को ये एसआई भर्ती रद्द करनी ही पड़ेगी ।
बेनीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि एसओजी द्वारा आरएलपी और आंदोलनकारी युवाओं को झूठा ठहराना निंदनीय है। जबकि हकीकत यह है कि एसओजी स्वयं कोर्ट में असत्य भाषण दे चुकी है। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से एडीजी वीके सिंह को पत्र लिखा गया था कि वे एसआई भर्ती रद्द करने की अनुशंसा करें। लेकिन जब कोर्ट ने एडीजी से सवाल किया कि क्या यह निर्णय सरकार द्वारा निर्देशित था तो उन्होंने झूठ बोलते हुए कहा कि यह उनका स्वयं का निर्णय था।
बेनीवाल ने यह भी उठाया कि जिन किसानों की ज़मीन में लाइमस्टोन या सैंडस्टोन मौजूद है, उन्हें खुद की जमीन पर खनन करने से रोका जा रहा है, जबकि वे कोई बहुमूल्य धातु नहीं निकाल रहे। उन्होंने सरकार से मांग की कि छोटी माइंस के नियम सरल किए जाएं। किसानों को उनकी जमीन से लाभ कमाने का अधिकार दिया जाए। खनन के क्षेत्र में किसानों के लिए स्पष्ट और सरल नीति बनाई जाए।