जयपुर। एससी/एसटी आरक्षण से वंचित समाज संघर्ष समिति बीकानेर संभाग की बैठक एक रिसोर्ट में आयोजित की गई। बैठक में बीकानेर संभाग के चार जिलों में पंचायत स्तर तक संगठन की संरचना कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लागू करवाने की आगामी रूपरेखा की योजना बनाई गई। डॉ. भीमराव अंबेडकर के चित्र पर पुष्प अर्पित करने के साथ बैठक शुरू हुई। उपस्थित लोगों ने एक स्वर में कहा कि केन्द्र सरकार जल्दी से जल्दी आरक्षण में वर्गीकरण को लागू करें।
प्रदेश संयोजक राकेश बीडावत ने कहा कि आरक्षण से वंचित समाजों की स्थिति राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से काफी पिछड़ी हुई है। इसलिए राजस्थान में एससी-एसटी समाजों में आरक्षण की समानता होनी चाहिए। समिति के प्रदेश सह संयोजक घनश्याम बडतिया ने बीकानेर संभाग के संयोजक तथा सह संयोजक, चारों जिलों के जिला संयोजक तथा सह संयोजको की घोषणा की। समिति के सह संयोजक सीताराम लुगरिया ने कहा कि आरक्षण का फायदा सिर्फ पांच-छह जातियों को मिल रहा है। पचपन से ज्यादा जातियां आरक्षण से वंचित हैं।
बीकानेर संभाग संयोजक राम प्रवेश डावला, अमित कल्याणा, बीकानेर जिला संयोजक सतपाल नायक, सह संयोजक सोहन लाल चावरिया, पुषाराम सांसी तथा राजकुमार लुगरिया, चूरू जिला संयोजक महेन्द्र धानक, सह संयोजक सुभाष बडतिया मोलीसर,प्रकाश नायक, चैनाराम सांसी, गंगाधर नायक, हनुमानगढ़ जिला संयोजक माणक चंद धानका, सह संयोजक दुलीचद हटवाल, अनिल सांसी, पूर्व विधायक संतोष बावरी, प्रभु दयाल बावरी, मेघराज बावरी, सजनाराम लुहार, संजय टाटिया, कुलदीप बावरी ने भी विचार व्यक्त किए। मंच संचालन बीरबल सांसी ने किया।