जयपुर। जवाहर कला केन्द्र की ओर से आयोजित ध्रुवपद गायन प्रशिक्षण कार्यशाला का समापन समारोह गुरुवार को आयोजित किया जाएगा। शिल्पग्राम में डुंगरपुर हट के मंच पर सायं 4 बजे प्रतिभागी कार्यशाला में दिये गये प्रशिक्षण का सामूहिक प्रदर्शन करेंगे। 115 प्रतिभागियों ने कार्यशाला में ध्रुवपद विशेषज्ञ राजस्थान की प्रथम ध्रुवपद गायिका एवं राजस्थान की ध्रुवपद-परम्परा के सबसे वरिष्ठ प्रख्यात ध्रुवपदाचार्य पं. लक्ष्मण भट्ट तैलंग की शिष्या प्रो. डॉ. मधु भट्ट तैलंग से ध्रुवपद का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
जवाहर कला केन्द्र एवं उसमें लिये जा रहे ध्रुवपद प्रशिक्षण पर आधारित डॉ. मधु भट्ट द्वारा परिकल्पित राग ‘चारूधरा’ एवं गुरू पं. लक्ष्मण भट्ट तैलंग द्वारा रचित 6 मात्रा की नई ताल अद्धा चौताल में निबद्ध ध्रुवपद शैली की रचना ‘जवाहर कला केन्द्र मंदिर है’ की प्रस्तुति प्रमुख आकर्षण रहेगी।