जयपुर। सदर थाना इलाके में ईएसआईसी हॉस्पिटल को गुरुवार को बम से उड़ाने की धमकी मिलने का मामला सामने आया है। सूचना पर पुलिस, फायर ब्रिगेड, बम स्क्वॉड, सिविल डिफेंस और अन्य टीमें मौके पर पहुंच गईं। पूरे अस्पताल परिसर में तलाशी अभियान चलाया गया, लेकिन संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। इसके बाद हॉस्पिटल में सर्च ऑपरेशन बंद कर दिया गया।
मेल की जांच साइबर सेल को सौंपी गई है। सुरक्षा दस्तों ने ईएसआई अस्पताल परिसर में करीब दो घंटे से ज्यादा समय तक सर्च अभियान चलाया गया। जानकारी के अनुसार हॉस्पिटल को अजमल कसाब के नाम से मेल आया था। मेल मिलते ही अस्पताल प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई। साइबर सेल टीम मेल करने वाले व्यक्ति को ट्रेस कर रही है।
पुलिस के अनुसार मेल में लिखा कि तमिलनाडु के आईपीएस डेविडसन देवश्री बाथम ने अपनी पत्नी की ट्रैवल एजेंसी के जरिए पूर्व लिट्टे सदस्यों को फर्जी पासपोर्ट जारी किए हैं। उन्हें पाकिस्तान द्वारा भर्ती किया गया था। उनके पास मोबाइल फोन, रासायनिक खतरे को ट्रिगर करने वाले फ्यूज हैं। फिलहाल जिस कार में वे यात्रा कर रहे हैं, वह एक ‘बायो बबल’ है। वे चाहते हैं कि अस्पताल में अधिकतम लोगों पर इसका प्रभाव पड़े। अगर उन्हें संदेह हुआ कि योजना काम नहीं करेगी तो वे फ्यूज से विस्फोट कर देंगे। अस्पताल में सीधे नर्व गैस आईईडी को छोड़ देंगे। कृपया एटीएस को सूचित करें। क्योंकि मैं साजिश में शामिल था। डेविडसन देवश्री बाथम आईपीएस को फोन करें, उन्हें पता है कि नकली पासपोर्ट किसने जारी किए थे।
कृपया इसे पिछली धोखाधड़ी न समझें। मदुरै के असिस्टेंट कमिश्नर इंटेलिजेंस के ठिकानों से फर्जी पासपोर्ट का पता आसानी से लगाया जा सकता है। कुछ ही मिनटों में इसकी पुष्टि की जा सकती है। फिर, जब आप नाम देखें, तो कृपया जल्दी से लेकिन सावधानी से काम करें।
ईएसआईसी अस्पताल के डीन डॉक्टर राजेश चेतीवाल ने बताया कि गुरुवार सुबह लगभग साढ़े सात बजे हमें मेल प्राप्त हुआ, जिसमें अस्पताल को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। यह मेल हॉस्पिटल को अजमल कसाब के नाम से आया है। इस बारे में हमने तुरंत संबंधित पुलिस थाने में सूचना दी और मरीजों को बाहर निकाला गया।
पुलिस बरत रही है सतर्कता
लगातार मिल रही इन धमकियों ने शहर में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस और प्रशासन हर बार की तरह इस मामले में भी पूरी सतर्कता बरत रहे हैं। साइबर सेल इन धमकी भरे ई-मेल्स के स्रोत का पता लगाने में जुटी है। स्थानीय लोगों से अपील की गई है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
गौरतलब है कि 8, 12 और 13 मई को सवाई मानसिंह स्टेडियम को उड़ाने की धमकी दी गई थी। 9 मई को जयपुर मेट्रो को बम से उड़ने की धमकी मिली थी। लेकिन जांच में कुछ नहीं मिला था।