जयपुर। जयपुर पुलिस ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग की ओर से जयपुर के डॉक्टर्स को रंगदारी के लिए धमकाने के मामले का खुलासा करते हुए एक महिला सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया कि जयपुर की महिला ने पटियाला जेल में बंद लॉरेंस गैंग के शूटर को दोनों डॉक्टर्स के मोबाइल नंबर मुहैया करवाए और इसके बाद उस शूटर ने अमेरिका और इंग्लैंड में बैठे अपने साथियों से धमकी भरे कॉल करवाए।
इसके बाद डॉक्टर को डराने के लिए दो बदमाशों ने रेकी भी की। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि डॉ. श्याम सुंदर अग्रवाल और डॉ. सुनीत शाह को विदेशी नंबर से कॉल कर 50-50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई थी। इसे लेकर 16 अगस्त और 24 अगस्त को बजाज नगर और जवाहर सर्किल थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। इन दोनों मामलों में कड़ियां जोड़ते हुए पुलिस ने पंजाब की पटियाला जेल में बंद लॉरेंस विश्नोई के शूटर रविंदर सिंह उर्फ काली राजपूत, प्रताप नगर निवासी खुशबू उर्फ खुशी चेलानी, संगरिया (हनुमानगढ़) निवासी राहुल उर्फ मिनी पेट्रोल और संगरिया निवासी हर्ष भादू को गिरफ्तार किया है।
इधर अमेरिका और इंग्लैंड से धमकी भरा कॉल करने वाले दोनों बदमाशों की पुलिस ने पहचान कर ली है। जयपुर पुलिस कमिश्नर ने बताया कि रविंदर सिंह उर्फ काली राजपूत 2018 से पटियाला जेल में बंद है। इसी दौरान उसकी जयपुर निवासी महिला से इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई। उसके पिता थड़ी लगाते हैं और उसने फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा किया है। वह 3-4 साल से जेल में बंद काली शूटर के संपर्क में है। इसके बाद काली शूटर को जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर पूछताछ में इस वारदात की परतें खुलती गई। पुलिस जानकारी में सामने आया कि गिरफतार महिला को पार्षद और मेयर का चुनाव लड़ना था और इसके लिए रुपए की जरूरत थी। दोनों डॉक्टर और उनकी रसूख के बारे में उसे जानकारी थी।
डॉ. अग्रवाल को महिला पहले से जानती थी और उनके अस्पताल के साथ मिलकर कुछ समय पहले ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाया था। उसी ने दोनों डॉक्टर्स के नंबर काली शूटर को दिए और धमकाकर 50-50 लाख रुपए की रंगदारी मांगने की साजिश रची। काली ने विदेश में बैठे साथियों से धमकी भरे कॉल करवाए।
कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि रुपए नहीं देने पर डॉक्टर पर फायरिंग करवाने के लिए काली शूटर ने राहुल उर्फ मिनी पेट्रोल को जयपुर बुलाया। इसके बाद हर्ष भादू और एक अन्य साथी के साथ 14 अगस्त से 20 अगस्त तक जयपुर में रहे। उन्हें काली के निर्देश पर फायरिंग करनी थी, लेकिन वहां से निर्देश नहीं मिलने पर उन्होंने फायरिंग नहीं की। पुलिस अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर रही है। साथ ही विदेश से कॉल कर डॉक्टरों को धमकाने वाले आरोपियों की भी पुलिस ने पहचान कर ली है, उन्हें नियमों के तहत जयपुर लाने की तैयारी की जा रही है।