जयपुर। मुहाना थाना पुलिस ने जन्माष्टमी के दिन बेरहमी से एक युवक का ब्लेड से गला काटकर हत्या का खुलासा करते हुए हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी सहित तीन लोगो को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि मृतक की पत्नी ने ही मारपीट व शक से परेशान होकर अपने एक दोस्त के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी।
इसके बाद आरोपित ने अपने दोस्त के साथ मिलकर हत्या का प्लान बनाकर मृतक का ई—रिक्शा मालपुरा गेट से किराये पर इस्कॉन मंदिर जाने के लिये करके सुमेर नगर मुहाना क्षेत्र में सुनसान जगह से अन्य सवारी लेने के बहाने लाकर धारदार ब्लेड से की हत्या कर दी।
सोशल मीडिया से हत्या कर बचने के तरीके देखकर पूरी प्लानिंग की गई थी। सजा के बारे में सम्पूर्ण जानकारी लेकर रेकी व हत्या के समय काम में लेने के लिये नये मोबाईल सिम लेकर रेकी व हत्या की थी।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (दक्षिण) राजर्षि राज वर्मा ने बताया कि मुहाना थाना पुलिस ने जन्माष्टमी के दिन बेरहमी से एक युवक का ब्लेड से गला काटकर हत्या का खुलासा करते हुए हत्या के आरोप में मृतक की पत्नी संतोष देवी (30), उसके दोस्त ऋषि श्रीवास्तव (25) व मोहित शर्मा (22) को गिरफ्तार किया गया है।
गिरफ्तार महिला संतोष देवी ही अपने पति मनोज की हत्या की मास्टर माइंड है। वह अपने पति मनोज के उसके साथ मारपीट और शक करने से परेशान थी। पिछले कई महीनों से वह अपने दोस्त ऋषि व मोहित के साथ मिलकर पति मनोज की हत्या की योजना कर रही थी। पति को मारने के लिए सोशल मीडिया पर उसने हत्या करने और बचने के तरीके भी खोजे थे।
इलाके की रेकी करने के साथ ही साजिश के लिए नई सिम कार्ड भी हत्या में प्रयुक्त किया। जिसके चलते 16 अगस्त को प्लानिंग के तहत आरोपित मोहित ने मालपुरा गेट से मनोज का ई-रिक्शा किराए पर लिया। इस्कॉन मंदिर जाने के बहाने उसमें सवारी बनकर बैठ गया। सुमेर नगर की ओर मुड़ने पर राजावत फॉर्म हाउस के पीछे ऋषि भी वहां खड़ा मिल गया।
दोनों ने मिलकर धारदार ब्लैड से ई-रिक्शा ड्राइवर मनोज का गला रेत कर हत्या कर फरार हो गए। हत्या के बाद दोनों आरोपित पैदल भाग निकले। नए कपड़े खरीदकर अपना हुलिया बदला और साजिश में प्रयुक्त सिम कार्ड का बंद कर दिया। हत्या के दौरान मृतक मनोज की पत्नी संतोष अपने दोनों साथियों के साथ जुड़ी हुई थी।
पुलिस ने एफएसएल टीम की मदद से सबूत जुटाए। घटना स्थल सुनसान था और वहां सीसीटीवी नहीं था। लेकिन आसपास के रास्तों के फुटेज में मनोज के साथ एक अन्य व्यक्ति दिखाई दिया। फुटेज के आधार पर पुलिस को सफलता हाथ लगी तो हत्या का खुलासा हो सका।