जयपुर। मुरलीपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल भर्ती-2025 के तहत एआई तकनीकी के चलते एक डमी कैंडिडेट को गिरफ्तार किया है जो अपने भतीजे की जगह पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर देने पहुंचा था। बायोमेट्रिक जांच के दौरान आरोपित पकड़ा गया। आरोपित चाचा भूपेंद्र और भतीजे धर्मवीर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित अपने भतीजे की जगह डमी कैंडिडेट बनाकर पहले भी कई प्रतियोगिता परीक्षा दे चुका है। पुलिस पकड़े गए आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) हनुमान प्रसाद ने बताया कि मुरलीपुरा थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान पुलिस की कांस्टेबल भर्ती-2025 के तहत अपने भतीजे की जगह पुलिस कांस्टेबल भर्ती का पेपर देने आरोपित भूपेन्द्र गुर्जर (20) निवासी महेश नगर और उसके भतीजे धर्मवीर गुर्जर (22)निवासी नादनपुर जिला धौलपुर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम ) ने बताया कि मुरलीपुरा के शहीद हिम्मत सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल में राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती का परीक्षा सेंटर था। जिसमें आरोपित भूपेंद्र गुर्जर का रोल नंबर व सेंटर कोड व सेंटर का नाम सहित बायोमेट्रिक कैप्चर व फोटो पाया गया। बायोमेट्रिक में पाया गया कि वह महावीर वर्धमान ओपन यूनिवसिर्टी की ओर से आयोजित परीक्षा में अन्य नाम से सम्मिलित हुआ है। बायोमैट्रिक जांच में सामने आने पर आरोपित भूपेन्द्र से कांस्टेबल भर्ती परीक्षा देते समय बायोमेट्रिक चैक करने के साथ पूछताछ की गई।
तकनीकी सहायता से 1 जून-2025 को अपनी बायोमेट्रिक अपने भतीजे धर्मवीर के नाम पर प्री डीएलएड परीक्षा में यूज ली थी। भतीजे की जगह डमी कैंडिडेट बैठकर उसको प्रतियोगिता परीक्षा पास करवाई थी। जिससे धर्मवीर बिना परीक्षा के ही वर्तमान में केबीएम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज बोंली सवाई माधोपुर में बीएसटीएसी कर रहा है। बायोमेट्रिक के चलते मुन्ना भाई चाचा भूपेन्द्र गुर्जर को पकड़ा गया है । एआई तकनीक के चलते ही बायोमेट्रिक लेने पर पुरानी दी गई एग्जाम की डिटेल शो कर गई। बायोमेट्रिक में पहला दूसरा नाम और अब दूसरा नाम आने पर जलसा जी का पता चला।