जयपुर। भारत राष्ट्र के इतिहास में पहली बार आदिवासी भील समाज व वाल्मीकि समाज का संयुक्त 7 दिवसीय राणा पूंजा जयंती व 5 दिवसीय महर्षि वाल्मीकि प्रकट दिवस का महा समापन समारोह रविवार को जनपथ रोड स्थित यूथ हॉस्टल में शौर्य एवं ज्ञान का महासंगम के रूप में आयोजित हुआ। इस मौके पर 20 राज्यों के भील,वाल्मीकि व धानका समाज के प्रतिनिधि जुटे और एकजुटता का परिचय देते हुए शिक्षा के प्रति समाज को जागरूक करने,राजनीतिक क्षेत्र में समाज की भागीदारी बढ़ाई जाए व वंचित वर्ग के लोगों को आरक्षण का अधिक से अधिक से लाभ मिले जैसे मुद्दों पर समाज के प्रतिनिधियों ने चर्चा की। वक्ताओं ने यह भी कहा कि समाज को आरक्षण का लाभ तभी मिलेगा जब समाज का हर वर्ग शिक्षित होगा।
राष्ट्रीय वंचित वर्ग न्याय अधिकार परिषद के संस्थापक राष्ट्रीय अध्यक्ष व कार्यक्रम संयोजक विकास नरवार ने बताया कि महासंगम का शुभारंभ मंचासीन अतिथियों ने राणा पुंजा,महर्षि वाल्मीकि व संविधान निर्माता के चित्र के समक्ष दी प्रज्जचलन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा का संदेश भाजपा प्रदेष उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच व लोकसभाध्यक्ष ओमप्रकाश बिड़ला का संदेश पूर्व राज्यमंत्री विकेश खोलिया ने पढ़कर सुनाया। इस मोके पर भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दाधीच ने कहा कि आज समाज तभी जागरूक होगा,जहां समाज का हर वर्ग शिक्षित होगा। अगर आरक्षण का लाभ उठाना है तो समाज के हर वर्ग को शिक्षित करने की जरूरत है,साथ ही उच्च पदों के तैयारी के लिए समाज की पीढ़ी को तैयार करनी चाहिए। उन्होंने यह भी आप सभी को जो भी मांगे है उन्हें सरकार तक पहुंचाकर उनके समाधान का प्रयास करूंगां ।
इस अवसर पर समाज के प्रतिनिधि मंडल ने भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दाधीच को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर योग गुरु ढाकाराम सपोटरा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हम सभी को आगे आने की जरूरत है। जब हम स्वयं की मजबूत रखेंगे तभी आने वाले का मजबूत रख पाएंगे। धानका समाज से प्यारे लाल धानका ने कहा कि आज हम देश के अलग-अलग भागों में काफी संख्या में है लेकिन इन स्थानों पर सभी जातियों में बंटे हुए है। जरूरत है आरक्षण की लड़ाई के लिए आज हम सभी को एकजुट होने की। नागौर वाल्मीकि समाज से आए रामकरण ने कहा कि आरक्षण हमारा तभी सार्थक होगा,जब हमारें समाज का हर वर्ग शिक्षा का अपनाए।,महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोेजक नीतू आर्य ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि व राणा पुंजा की जयंती समाज के हर वर्ग में सामाजिक समरसता का सदेश देती है। समाज का आरक्षण का रोजगार व आरक्षण का लाभ तभी मिलेगा जब हम समाज के हर वर्ग को शिक्षित करेंगे। हमारा समाज कभी अशिक्षित नहीं रहा क्योंकि समाज के महर्षि वाल्मीकि ने राज पु़त्र लव व कुश को शिक्षा दी और रामायण की रचना की,वहीं बाबा साहेब डाॅ.भीमराव अंबेडकर ने भारत का संविधान लिखा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष दुलीचंद भील व शंकर लाल दहिया, राष्ट्रीय प्रधान महासचिव खुबीराम वाल्मीकि,युवा प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मीचंद भील कपासिया, राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष रामलाल भील, राजस्थान प्रदेष अध्यक्ष कार्यवाहक कैलाश सारवान,हनुमान प्रसाद डंगोरिया,राजस्थान प्रदेश के मुख्य संगठक कल्याण बैनाड़ा,राजस्थान प्रदेश संयोजक भंवर पंडित व राजस्थान प्रदेश सह संयोजक सेरा राम भील सहित अन्य वक्ताओं ने मंच से कहा कि आरक्षण के लिए जो भी लड़ाई है उसे हम सभी मिलकर लड़ेंगे। इसके लिए समाज की कोई भी जाति या वर्ग हो, सभी लोग कुरीतियों से दूर रहकर अपनी आने वाली पीढ़ी का लाभ मिले इसके लिए गांव-गांव,ढाणी-ढाणी सहित देश के हर हिस्सों में एक जुट होकर अपनी मांगे प्रतिनिधियों के माध्यम से सरकार को पहुंचाएंगे।
इस दौरान कार्यक्रम स्थल वाल्मीकि समाज की जय..भील समाज की जय..सामाजिक एकता जिंदाबाद…जैसे नारों से गूंजता रहा। इस दौरान राजस्थान के विभिन्न स्थानों से लोग नारे लगाते व नाचते-गाते कार्यक्रम स्थल पहुंचे। इस दौरान कार्यक्रम में बैठे लोगों में उत्साह देखने को मिलां। मंच संचालन शिक्षाविद ओमप्रकाश नकवाल ने किया। समापन अंबेडकर सर्किल तक निकली तिरंगा रैली से हुआ।