जयपुर। एक और जहां सरकार ने घुमंतू तथा दलित समाज को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए आजादी के 70 वर्ष बाद वृहद योजना बनाकर उसे पर कार्य करना शुरू कर दिया है। लेकिन वहीं दूसरी ओर प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार के चलते आदेश के बावजूद घुमंतू समाज के लोगों को लगातार सड़कों पर उतरना पड़ रहा है । लेकिन आश्चर्य इस बात का है कि कल ही घुमंतू तथा दंत समाज ने सरकार से समझौता कर समाज के गरीब नागरिकों के विभिन्न मुद्दों जिम आवास प्रमुख मुद्दा है पर समझौता कर मा पड़ाव समाप्त किया है।
वहीं 24 घंटे भी नहीं गुजरे हैं कि जयपुर विकास प्राधिकरण जोन 11 के अधिकारी अब निजी जमीन से घुमंतू तथा दलित आवास विभिन्न मकान खाली कराने की धमकी दे रहे हैं। इस मामले में भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी ने घुमंतू तथा दलित समाज से संबंधित संगठनों को साथ लेकर फिर से महा पड़ाव की घोषणा की है।
उन्होंने आरोप लगाया कि जयपुर विकास प्राधिकरण के क्षेत्र में वर्षों से रह रहे आवास विहीन घुमंतू तथा दलित समाज के नागरिकों को जयपुर विकास प्राधिकरण के कुछ अधिकारी निजी भूमि मालिकों को मदद करने की दिशा में लगातार प्रताड़ित कर रहे हैं। यह प्रकरण सांगानेर के ग्वार ब्राह्मण गांव का हैं । जहां लगभग 50 वर्ष से एक ही स्थान में रह रहे गरीब घुमंतू तथा दलित आवास विहीन नागरिकों को जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारी लगातार धमका रहे हैं कि चुपचाप खाली करके चले जाएं वरना हम बुलडोजर फिरा देंगे।
जबकि हकीकत यह है कि यह स्कीम जिस पर उक्त नागरिकों का अतिक्रमण करना बताया जा रहा हैं। जयपुर विकास प्राधिकरण में कार्यरत जॉन 11 के अधिकारी इस स्थान में रह रहे लगभग 50 परिवारों को लगातार धमकी दे रहे हैं। जबकि नियमानुसार पुनर्वास किए बगैर नहीं हटाने के आदेश जिला कलेक्टर ने जयपुर विकास प्राधिकरण के सचिव को दिया हुआ हैं। जयपुर विकास प्राधिकरण जोन 11 के अधिकारी सरकार के आदेश की परवाह ही नहीं कर रहे हैं।




















