जयपुर। अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान श्री राम मंदिर प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए विश्व भर में इसकी तैयारियां जोरों पर चल रहीं है। 5 नवम्बर को अयोध्या से पूजित अक्षत तैयार कर देश के सभी प्रांतों को भेजे गए है। जिसके पश्चात इसी तरह से सभी प्रांतों में पूरे विधान के साथ पीले अक्षत तैयार किए गए है।
इस तरह की कार्य प्रणाली तैयार
जयपुर प्रांत में 1 जनवरी 2 को प्रांत बैठक में 24 जिलों के अध्यक्ष , मंत्री तथा 2 जनवरी को जोधपुर प्रांत में 23 जिलों के अध्यक्ष अपने-अपने जिलों में पूजित अक्षत कलश लेकर जाएंगे । इसी कड़ी में चित्तौड प्रांत में 27 जिलो में 10 दिसंबर को अक्षत कलश भेजे जाएंगे। राजस्थान में इसी तरह लगभग 36 हजार गांव तथा 4 हजार बस्तियों में जनसम्पर्क कर घर-घर निमंत्रण दिया जाएगा। जिसके लिए राजस्थान के तीनों प्रांतों में 111 क्विंटल अक्षत तैयार किए गए है। जयपुर प्रांत में विश्व हिंदू परिषद जयपुर महानगर इकाई व रामराज्य चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में जयपुर के 31 केंद्रों पर 41 क्विंटल पीले अक्षत तैयार किए गए है।सभी केंद्र मंदिर ही बनाए गए है। ट्रस्ट के जगदीश ए पंचारिया, प्रीतेश जी माथुर, डॉ आशा जी मिश्रा, नरेंद्र जी गौड़ की पूरी टीम ने बहुत ही सराहनीय भूमिका निभाई है।
11 हजार टोलियां करेंगी जन सम्पर्क
विश्व हिंदू परिषद राजस्थान के क्षेत्रीय संगठन मंत्री राजाराम ने बताया कि पूरे प्रदेश में 11 हजार टोलियाँ 1 से 15 जनवरी 2024 को जन संपर्क के लिए निकलेगी। एक पखवाड़े में प्रदेश के सभी गांवों एवं ढाणियो में, वनांचल में दूर दराज के सभी इलाको में तथा शहरी सभी बस्ती , उप बस्तियों में संपर्क कर स्थानीय समिति बनाऐंगी। गठित समिति को पीले अक्षत, निवेदन पत्रक, तथा श्री राम मंदिर का चित्र यह तीनों सामग्री दी जायेगी। स्थानीय समिति अपने पूरे गाँव, मोहल्ले, ढाणियों, शहरी बस्तियों तथा सोसायटी में संपर्क कर 22 जनवरी के दिन मंदिर केंद्रित भव्य कार्यक्रम (भजन, हनुमानचालीसा, विजय महामंत्र. संपन्न करेगी तथा उसी दिन साय को घर घर दीप जलाकर दीपोत्सव मनाया जायेगा।