जयपुर। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान (डी जे जे एस ) की ओर से लोहड़ी का पर्व बड़ी धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। इस कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। कार्यक्रम मे 200 लोग उपस्थित रहे l दिव्य गुरु आशुतोष महाराज जी की शिष्या नंदिनी भारती जी ने इस अवसर पर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक संदेश दिया।
कार्यक्रम की शुरुआत पवित्र अग्नि प्रज्ज्वलित कर और पारंपरिक लोहड़ी गीतों से हुई। प्रतिभागियों ने लोहड़ी की पवित्र अग्नि में तिल, गुड़, मूंगफली और रेवड़ी चढ़ाकर सुख-शांति की कामना की। संतुलन कन्या भ्रूण हत्त्या के खिलाफ एक जागरुकता अभियान है l
लोहड़ी पर्व पर सभी ने नारी के साथ हो रहे शोषण से संबंधित सभी कुरीतियों को समाप्त करने का संकल्प लिया गया l इस दौरान ( डी जे जे एस) के प्रतिनिधियों ने लोहड़ी के महत्व और इसके पीछे छिपे सांस्कृतिक व आध्यात्मिक मूल्यों को उजागर किया। उन्होंने बताया कि यह पर्व न केवल नई फसल के आगमन का प्रतीक है, बल्कि यह हमें प्रकृति और मानवता के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की भी प्रेरणा देता है।
कार्यक्रम में बच्चों और युवाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं, जिनमें पंजाबी लोकगीत और भंगड़ा मुख्य आकर्षण रहे। (डी जे जे एस) के संतों ने अपने प्रवचनों के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने और आध्यात्मिक जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
समारोह का समापन प्रसाद वितरण और सभी के लिए सामूहिक प्रार्थना के साथ हुआ। उपस्थित लोगों ने (डी जे जे एस ) की इस पहल की सराहना की और संगठन द्वारा किए जा रहे समाज कल्याण कार्यों की प्रशंसा की।
यह आयोजन न केवल परंपरा और संस्कृति को जीवित रखने का माध्यम बना, बल्कि इसमें आध्यात्मिकता और समाज सेवा का संदेश भी बखूबी समाहित था।