जयपुर। संसार चंद रोड स्थित दरगाह मीर कुर्बान अली ने पिछले तीन दिनों से हजरत अनवर उर रहमान नियाजी रहमतुल्लाह का 80वा उर्स कुल के रस्म के साथ में संपन्न हुआ। इस मौके पर चादरें पेश की गई और महफिले समा देर रात तक चली । साथ ही मुरीदो ने अपनी मन्नतों के चिराग भी उठाए। इस बार उर्स पर हजरत सैयद महबूब उर रहमान नियाजी के जिंदगी पर कश्मीर श्रीनगर के ज़फ़र हैदरी ने एक किताब लिखी जिसका विमोचन किया गया।
और उसमें शिरकत करने के लिए जिला कांग्रेस अध्यक्ष RR तिवारी भी पहुंचे। सज्जादा नशीन डॉक्टर सैयद हबीब उर रहमान नियाजी ने उनकी दस्तारबंदी की साथ ही देश प्रदेश शहर के लिए अमन सुकून सलामती और भाईचारगी की दुआ की गई खुसूसी दुआ गज़्ज़ा के लोगों के लिए की गई ताकि अमन कायम हो ।
सज्जादा नशीन डॉक्टर सैयद हबीब उर रहमान नियाजी ने कहा हजरत सैयद अनवर उर रहमान नियाजी का यह 80वा उर्स था तीन दिनों के उर्स में पहले दिन कुरान खान मिलाद शरीफ पढ़ी गई देर रात तक कव्वाली चली दूसरे दिन चादरों का सिलसिला जारी रहा मुरीदो ने बैंड बाजों के साथ चादरें पेश की और देर रात तक महफिले समा चली तीसरे दिन मुरीदो ने अपने मुरादों के चिराग उठाएं उन्होंने कहा कि चिराग जिनकी मन्नते पूरी हो जाती है रोशन करते हैं और जो नई मन्नतें मांगते हैं वह चिराग उठाते हैं देश प्रदेश शहर और पूरी दुनिया में हमने सुकून सलामती की दुआ की गई।
कश्मीर से आए जफर हैदरी ने कहा हजरत सैयद महबूब उर रहमान नियाजी से उनके घरेलू ताल्लुक थे उनके पिताजी के जमाने से वह संपर्क में थे कई मर्तबा उन्होंने जयपुर आने की दावत दी मगर इत्तेफाक रहा कि उनकी हयाती में जयपुर आना नहीं हुआ। इसलिए उनकी जिंदगी पर एक किताब लिखी गई । जिसका की विमोचन हुआ मुरीद कैलाश सैनी ने कहा अक्सर दरगाह में जियारत के लिए आते रहते हैं यहां आकर बड़ा सुकून मिलता है।