जयपुर। राजस्थान की परंपरा—कला और नवाचार को एक मंच पर लाने वाले ‘नन्हे कलाकार फेस्टिवल’ के पांचवें संस्करण का भव्य आयोजन 24 और 25 दिसंबर, 2025 को होटल क्लार्क्स आमेर जयपुर में किया जाएगा । फेस्टिवल का आयोजन ‘अभ्युत्थानम वेलफेयर फाउंडेशन जयपुर’ की ओर से किया जा रहा है। जो वंचित वर्ग के बच्चों के समग्र विकास, पर्यावरण संरक्षण एवं राजस्थान की कला-संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए समर्पित एक गैर-सरकारी संस्था है।
‘पचरंगा थीम’: जहां परंपरा और तकनीक मिलकर रचेंगे नया रंग’
नन्हे कलाकार फैस्टिवल सेक्रेटरी एडवोकेट रिद्धि चंद्रावत ने बताया कि इस बार का फेस्टिवल ‘पचरंगा’ थीम पर आधारित है। जो टेक्नोलॉजी, समृद्ध कला एवं संस्कृति के साथ बच्चों की सरलता और समाज के प्रति निस्वार्थ सेवा भाव और सस्टेनेबिलिटी को एक साथ लाएगा। यह संस्करण राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत और आधुनिक तकनीक के अनोखे संगम प्रस्तुत करेगा जहां एक पारंपरिक कठपुतली को एलेक्सा आवाज़ देगी और बच्चों की मांडना ड्रॉइंग्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जीवंत हो उठेंगी ।
फेस्टिवल की प्रमुख झलकियाँ
चंद्रावत ने बताया कि हर साल की तरह फेस्टिवल में इस वर्ष भी सृजनात्मकता और मनोरंजन का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। दो दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 30 से अधिक आर्ट वर्कशॉप्स बच्चों और युवाओं को रचनात्मक अनुभव प्रदान करेंगी, वहीं 70 से अधिक एग्ज़िबिशन स्टॉल्स में हस्तशिल्प, फैशन, फूड और होम-ग्रोन ब्रांड्स की झलक देखने को मिलेगी। आयोजन में कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी जिनमें संगीत, नृत्य और नाटक का मिश्रण दर्शकों को आकर्षित करेगा।
मंच पर बॉलीवुड की मशहूर गायिका अम्बरसरिया, बेदर्दी राजा फेम सोना मोहपात्रा का भव्य म्यूजिकल कॉन्सर्ट, भारत का सबसे पहला फ्यूजन रॉक बैंड इंडियन ओशन, नीरज आर्य का कबीर कैफ़े बैंड और राहगीर जैसे प्रसिद्ध गायक,कलाकार अपनी प्रस्तुतियों से आयोजन को संगीतमय बनाएंगे। इस भव्य आयोजन से 50 लाख से अधिक डिजिटल दर्शकों तक पहुँच और 25 हजार से अधिक विज़िटर्स की भागीदारी की उम्मीद की जा रही है।
राजस्थान की मिट्टी से जुड़े अनुभव
फैस्टिवल में ‘टेक्सटाइल्स ऑफ़ राजस्थान’, ‘क्राफ्ट्स ऑफ राजस्थान’ और ‘सोइल ऑफ राजस्थान’ जैसे ज़ोन होंगे, जिनमें ब्लॉक प्रिंटिंग, बांधणी, गोटापट्टी, ब्लू पॉटरी, मोलैला आर्ट और मांडना जैसी पारंपरिक कलाओं पर इंटरैक्टिव वर्कशॉप्स आयोजित होंगी। ‘पचरंगा परेड’, ‘बेबी रेव’ और ‘टेक्सटाइल वॉक’ जैसे आकर्षक कार्यक्रम भी विशेष आकर्षण रहेंगे।
नन्हे कलाकार केवल उत्सव नहीं बल्कि संवेदना का विस्तार
नन्हे कलाकार फेस्टिवल का आयोजन सामाजिक भावना पर केंद्रित है । इस संस्करण में एंट्री टिकट, म्यूजिक कॉन्सर्ट, फ़ूड स्टाल, गेम जोन इत्यादि से अर्जित संपूर्ण राजस्व जामडोली, जयपुर स्थित बौद्धिक दिव्यांग बच्चों के पुनर्वास केंद्र के नवीनीकरण हेतु समर्पित की जाएगी।
नन्हे कलाकार फेस्टिवल के मंच से एक “क्राउड फंडिंग डिजिटल प्लेटफार्म” का भी शुभारम्भ किया जाएगा जिसके माध्यम से हर सामाजिक सरोकार रखने वाला व्यक्ति किसी न किसी नेक कार्य से जुड़ सके और उदारता की भावना दो दिनों के उत्सव तक सीमित न रहकर पूरे वर्ष जीवित रह सके। नन्हे कलाकार फेस्टिवल के माध्यम से 200 से अधिक राजस्थानी कलाकारों को एक वैश्विक मंच उपलब्ध करवाया जा रहा है। उन कलाकारों द्वारा राजस्थानी कला के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु उनके योगदान की सराहना करने एवं उनके लिए आजीविका के अवसर बढाने का कार्य किया जा रहा है।




















