जयपुर। सोना, चांदी और महंगे खाद्य पदार्थ ही नहीं, बाजार में नमक भी नकली और कम गुणवत्ता का बिक रहा है। यह खुलासा करते हुए कंज्यूमर कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ‘सीसीआई’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. अनन्त शर्मा ने कहा है कि ‘शुद्ध के लिए युद्ध’ केवल सरकार के भरोसे नहीं जीता जा सकता, इसमें आम जनता को भी भागीदार बनना होगा। शनिवार को विश्व आयोडीन अल्पता रोग नियंत्रण दिवस पर अग्रणी उपभोक्ता संस्था ‘केन्स’ की ओर से ‘वैश्विक नमक आयोडीकरण’ विषय पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए डॉ. शर्मा ने कहा कि कानूनन खाद्य नमक बिना आयोडीन नहीं बेचा जाना चाहिए लेकिन केन्स की प्रयोगशाला में जाँचे गए नमक के तीन हजार से अधिक नमूनों में 27′ में आयोडीन निर्धारित मानक से कम पाया गया है।
उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, बल्कि बाजार में अच्छे ब्राण्ड का नमक भी नकली बेचा जा रहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्स के विधिक निदेशक नौरत सिंह राठौड़ ने की। कंज्यूमर्स वल्र्ड के कार्यकारी संपादक दुर्गेश माथुर विशिष्ट वक्ता थे। प्रारंभ में केन्स-न्यूट्रिशन इंटरनेशनल के परियोजना समन्वयक निरपेन्द्र सिंह ने आयोडीन के महत्त्व पर प्रकाश डाला और राज्य में विभिन्न जिलों में नमक के नमूनों में आयोडीन की कमी की विस्तार से जानकारी दी। केन्स प्रयोगशाला के विश्लेषक चेतन कुमार शर्मा ने मौके पर ही नमक के विभिन्न नमूनों की जांच कर लोगों को घर पर ही जाँच की विधि से अवगत कराया। इस अवसर पर आयोडीन डेफिशिएंसी से होने वाली विभिन्न बीमारियों और उनकी रोकथाम के लिए नमक में आयोडीन की अनिवार्यता से जुड़ी जानकारियां प्रदान की गईं।