जयपुर। श्री शिव नगर समिति एवं आर्ष संस्कृति दिग्दर्शक ट्रस्ट की ओर से जयसिंहपुरा खोर के श्री शिव मंदिर में गोसेवार्थ और पितृ कृपा प्राप्ति के लिए हो रही श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन व्यासपीठ से डॉ. प्रशांत शर्मा ने भागवत महात्म्य का श्रवण करवाया। उन्होंने कहा कि भागवत श्री कृष्ण भगवान का वांड्यम स्वरूप है। जो भागवत में है वही संसार में है, जो भागवत में नहीं है वह कहीं नहीं है। भागवत धर्म-अर्थ-काम-मोक्ष चारों पुरुषार्थों की प्राप्ति करवाती है।
इससे पूर्व गणपति पूजन, भागवत जी पूजन किया गया। भागवत कथा के प्रथम दिन त्रिवेणी धाम के पीठाधीश्वर राम रिछपाल दास महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। एवं पंचमुखी हनुमान मंदिर दिल्ली रोड के रामराज दास महाराज व अन्य संत रहे उन्होंने व्यास पूजन किया। व्यासपीठ से डॉ. प्रशांत शर्मा ने राध गोविंद देवजी की छवि भेंट कर उनका सम्मान किया। आठ अक्टूबर को कपिलोपाख्यान एवं ध्रुव चरित्र पर प्रवचन होंगे। धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय ने बताया कि कथा 14 अक्टूबर तक प्रतिदिन 2 से शाम 5 बजे तक होगी।