जयपुर। राज्य की सात विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर रविवार को भारतीय जनता पार्टी की कोर कमेटी की बैठक मुख्यमंत्री निवास पर संपन्न हुई। कोर कमेटी की बैठक को भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल,मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और भाजपा प्रदेश सह प्रभारी विजया रहाटकर ने कमेटी सदस्यों के साथ चर्चा की।
बैठक में भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने सत्ता और संगठन के बेहतर तालमेल का उदाहरण देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के बीच बेहतर सामांजस्य देखने को मिल रहा है। संगठन सरकार के कार्यों को आमजन तक पहुंचाने का भी कार्य करता है तो आमजन की समस्याओं को भी सरकार तक पहुंचाता है। ऐसे में वर्तमान सरकार के साथ संगठन का बेहतर तालमेल देखने को मिल रहा है।
भाजपा प्रदेश प्रभारी डॉ राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस जातिवाद की और भारतीय जनता पार्टी विकास की राजनीति करती है। उन्होंने कहा कि भाजपा में निर्णय थोपे नहीं जाते बल्कि सबकी सहमति के साथ ही पार्टी किसी निष्कर्ष पर पहुंचती है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में भाजपा शासन के नौ महीने के बेमिसाल और अभूतपूर्व विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच में जाएं। सरकार ने हर वर्ग के लिए बेहतर कार्य किए है फिर चाहे वाले गरीब हो, दलित हो या फिर महिला हो। अग्रवाल ने कहा कि हमें जातिवाद से उपर उठकर विकासवाद की ओर एक साथ आगे बढ़ना है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी इस उपचुनाव में शानदार जीत हासिल करने की ओर बढ़ रही है। हरियाणा की तरह राजस्थान में भी कांग्रेस को मुंह की खानी पड़ेगी। कांग्रेस के झूठ और भ्रम का नकाब अब उतर जाएगा। उन्होंने कहा कि सातों विधानसभा सीट के हर बूथ पर माइक्रो मैनेजमेंट के साथ कार्य करने की रणनीति बनाई गई है। पार्टी को अपने कार्यकर्ताओं पर पूरा भरोसा है और कार्यकर्ता ही पार्टी की मुख्य ताकत है। भाजपा में कार्यकर्ता एक परिवार की तरह कार्य कर रहे है। ऐसे में भाजपा के बूथ और मंडल स्तर के कार्यकर्ताओं की मेहनत से सभी उपचुनावों की सीटों पर कमल खिलेगा।
बैठक में उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सी.पी. जोशी, सांसद भागीरथ चौधरी, राजेन्द्र गहलोत, वरिष्ठ भाजपा नेता राजेन्द्र राठौड़ तथा पूर्व केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी शामिल हुए। केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां वीसी के माध्यम से बैठक से जुड़े। बेहद सकारात्मक माहौल में सम्पन्न हुई इस बैठक में उपचुनाव के प्रमुख मुद्दों एवं पार्टी की रणनीति पर गहन मंथन हुआ। बैठक में पार्टी के विभिन्न नेताओं ने भी अपने विचार एवं सुझाव व्यक्त किए।
प्रदेश में इन सात विधानसभा सीटों पर होने है उप चुनाव
गौरतलब है कि झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, चौरासी, खींवसर, सलूंबर और रामगढ़ सीटों पर उपचुनाव होने हैं। झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा, चौरासी, खींवसर सीटें विधायकों के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण सीटें खाली हुई थी।वहीं सूलंबर सीट बीजेपी विधायक अमृतलाल मीणा के निधन और रामगढ़ सीट कांग्रेस विधायक जुबेर खाने के इंतकाल के चलते खाली हुई है। ऐसे में अब प्रदेश में 7 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।
दिल्ली में जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में रखा जाएगा पैनल को
राजस्थान की 7 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश बीजेपी ने पैनल तैयार कर लिया है। सीएमआर में हुई प्रदेश कोर कमेटी की बैठक ने प्रत्याशियों के पैनल पर मुहर भी लगा दी है। दिल्ली में जेपी नड्डा की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में इस पैनल को रखा जाएगा। इस बैठक में राजस्थान से सीएम भजनलाल शर्मा, प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, प्रदेश प्रभारी राधामोहन दास अग्रवाल और प्रदेश सह प्रभारी विजया राहटकर बैठक में मौजूद रहेंगे।
प्रदेश ने तीन-तीन नामों का पैनल भेजा
बताया जा रहा है कि प्रदेश बीजेपी ने 7 विधानसभा सीटों के लिए तीन-तीन नामों का पैनल तैयार किया है। प्रदेश कोर कमेटी की बैठक में नामों के पैनल पर चर्चा करने के बाद उन्हें फाइनल कर लिया गया है।
बैठक में तय किया गया है कि चुनावों को लेकर जो भी नाम फाइनल किया जाएगा। वह सामूहिक सहमति से किया जाएगा। इसके अलावा बैठक में चुनावी तैयारी के साथ-साथ सरकार के 10 महीनों के कामकाज के साथ जनता के बीच जाना तय हुआ है।
माइक्रो मैनेजमेंट के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी पार्टी
बैठक में चुनावी तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। सातों सीटों पर माइक्रो मैनेजमेंट के साथ पार्टी चुनावी मैदान में उतरेगी। इसमें प्रत्याशी चयन से लेकर चुनाव प्रचार की प्रक्रिया सहित अन्य तैयारियों पर चर्चा की गई। बैठक में चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय नेताओं और प्रदेश के नेताओं के दौरों को लेकर भी चर्चा हुई।
बताया यह भी जा रहा है कि राजस्थान सरकार उप चुनावों से पहले ईआरसीपी-पीकेसी योजना के पहले फेज का शिलान्यास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कराने की तैयारी कर रही है। ऐसा करके सरकार पूर्वी राजस्थान सहित अन्य सीटों को भी साधना चाहती है।