जयपुर। राजधानी में टैंपो ड्राइवर और यात्री के झगड़े में एक बच्चे की आंख में चोट लग गई। आपसी झगड़े के दौरान गुस्साएं यात्री ने टैम्पों के शीशे पर मुक्का मार दिया। शीशा टूटकर गिरने के दौरान एक शीशे का टुकड़ा बच्चे की आंख में जा लगा। बच्चा अपने परिवार के साथ शॉपिंग करने जा रहा था। जिसे एसएमएस हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। ऑपरेशन के बाद गुरुवार को घायल बच्चे को छुट्टी दे दी गई। मामले की जांच एसएमएस थाना पुलिस कर रही है। घटना के सम्बंध में बच्चे की दादी ने मामला दर्ज करवाया है।
जांच अधिकारी हेड कॉन्स्टेबल नरेन्द्र सिंह ने बताया कि रामनगर कॉलोनी जयसिंहपुरा खोर निवासी हेमा देवी (55) ने मामला दर्ज करवाया कि 10 मार्च की शाम परिवार के साथ नक्ष चांदवानी (10) टैंपो में बैठकर शॉपिंग के लिए मालवीय नगर स्थित गौरव टावर जा रहा था। शाम करीब 6:15 बजे एसएमएस हॉस्पिटल के गेट नंबर-3 के बाहर पैसेंजर को उतारने के लिए ड्राइवर ने टैंपो रोका। टैंपो से उतरे दो पैसेंजर की किराए को लेकर ड्राइवर से कहासुनी हो गई। गुस्साए पैसेंजर ने टैंपो ड्राइवर से मारपीट करना शुरू कर दिया। बचने के लिए ड्राइवर ने टैंपो आगे बढ़ाया। हमलावर दौड़ते हुए पीछे भागा। पीछे भागते हुए हमलावर ने टैंपो के शीशे पर मुक्का मारा।
मुक्का मारने से टैंपो का शीशा टूट गया। उस साइड में बैठे नक्ष की दाहिनी आंख में कांच के टूकड़े घुस गए। आंख से खून बहता देखकर परिवार के सदस्य पूरी तरह से घबरा गए। लहूलुहान हालत में 10 साल के बच्चे नक्ष को परिवार के लोग एसएमएस हॉस्पिटल में लेकर पहुंचे।
हेड कॉन्स्टेबल नरेन्द्र सिंह ने बताया कि बच्चे की दादी की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वारदात स्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही अज्ञात हमलावरों की तलाश की जा रही है। नक्ष के पिता राजेश चांदवानी राजपार्क में कपड़े की दुकान पर नौकरी करते हैं। राजेश चांदवानी के पिता ने बताया कि नक्ष जयसिंहपुरा खोर स्थित प्राइवेट स्कूल की चौथी क्लास में पढ़ता है।
11 मार्च को बेटे के स्कूल में फेयरवेल पार्टी थी। पार्टी में डांस के लिए नक्ष को ड्रेस चाहिए थी। ड्रेस की शॉपिंग के लिए नक्ष अपनी दादी हेमा देवी, मम्मी दीपा और 3 साल की बहन तनिष्का के साथ गया था। स्कूल के प्रोग्राम में नक्ष के डांस पार्टिसिपेट को लेकर परिवार बहुत खुश था। आंख की रोशनी जाने को लेकर डॉक्टर्स के कहने पर खुशी का माहौल गम में बदल गया। हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद तीन दिन नक्ष को भर्ती रखा गया। इलाज के बाद गुरुवार दोपहर नक्ष को छुट्टी दे दी गई। डॉक्टर्स का साफ कहना है कि नक्ष की आंख की रोशनी चली गई है।