जयपुर। नवरात्रि के पहले दिन ही आराध्य देवी शीला माता के दर्शन के लिए भक्त अल सुबह पांच बजे ही माता रानी के दरबार में धोक लगाने पहुंच गए। जिनमें कई तो नव विवाहिता जोड़ शामिल हुए और कई नवजात बच्चों को माता रानी के धोक लगाने पहुंचे। सुबह 5 बजे से ही जलेबी चौक पर भक्तों का तांता लग गया । अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब 50 हजार से ज्यादा भक्तों ने माता रानी के दर्शन किए। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने उन्हे धूंप से बचाने के लिए टैंट की व्यवस्था की। कई भक्त तो ऐसे थे जो रात को ही पैदल माता रानी के दर्शन के लिए निकल पड़े। लेकिन घट स्थापना के चलते प्रथम नवरात्रि पर घट स्थापना के साथ मंदिर में विशेष पूजा करने के बाद मंदिर के पट 12 बज कर 55 मिनट पर खोल गए। जिसके बाद भक्तों ने माता रानी के जयकारे लगाते हुए आराध्य देवी के दर्शन किए।
हाथी की सवारी पर लगी रोक
मंदिर में भक्तों की भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने आमेर महल व आसपास के क्षेत्र में हाथी की सवारी पर पूर्णता रोक लगा दी। लेकिन हाथी की सवारी पर रोक लगने के बाद भी विदेशी सैलानियों ने भी आमेर पहुंच कर माता रानी के दर्शन किए।
जयकारों से गुंज उठा मंदिर
माता रानी के दर्शन करने पहुंचे भक्तों ने एक सुर में माता के जयकारे लगाए ।जिससे मंदिर परिसर जयकारों से गुंज उठा। इस बार पुरूषों की कतार में भीड़ कम नजर आई । वहीं माता रानी के दरबार में महिलाओं की संख्या ज्यादा देखने को मिली। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मंदिर परिसर ने सिंह द्धार व त्रिपोलियांगेट पर टिकट काटने की व्यवस्था की । गौरतलब है कि पहले सिर्फ सिंह द्धार पर ही टिकट काटने की व्यवस्था होती थी । ले किन इस पर ज्यादा भीड़ को देखते हुए दोनो और ये व्यवस्था की गई है।
शयन आरती तक खुले रहेंगे मंदिर के पट
बताया जा रहा है कि नवरात्रि पर भक्तों को माता रानी के दर्शन शयन आरती तक ही हो सकेगे । प्रतिदिन की तरह मंदिर के पट सुबह 6 से साढ़े आठ बजे तक दर्शनो के लिए खुले रहेंगे । साढ़े आठ बजे शयन आरती के बाद मंदिर के पट मंगल होगें।
दण्ड़वत करते पहुंचे श्रद्धालु
कई भक्त तो माता रानी के दरबार में महल के नीचे से ही दण्डवत करते हुए नजर आए और ऊपर तक ऐसे ही श्रीफल के साथ मंदिर में पहुंचे ।जिनके लिए मंदिर प्रशासन ने अलग से व्यवस्था करते हुए भीड़ से अलग निकालते हुए उन्हे माता रानी के दर्शन करवाए। मंदिर प्रशासन ने भक्तों के आराम करने के लिए महल में अलग से व्यवस्था भी की। जहां पर भक्तों ने कुछ देर आराम करने के बाद पंगद प्रसादी पाई।
नौ दिन रहेंगी भण्डारे की व्यवस्था
मंदिर प्रशासन की तरफ से नवरात्रि के पूरे नौ दिन तक भक्तों के लिए भण्डारे का आयोजन किया गया है जिसमें खीर,पुडी ,रायता,दो तरह की सब्जी का प्रसाद भक्तों को दिया जा रहा है। महल के अंदर ही भक्तों को भक्तों को पंगत प्रसादी कराई जा रही है।