जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) अजमेर की ओर से आयोजित प्राध्यापक हिन्दी (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा 2022 में फर्जी डिग्री मामले में मेवाड़ यूनिवर्सिटी का प्रिंसिपल, डीन और प्रोफेसर फार्मेसी विभाग को गिरफ्तार किया गया है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एटीएस एवं एसओजी वीके सिह ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की ओर से आयोजित प्राध्यापक हिन्दी (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा 2022 की परीक्षा 15 अक्टूबर 2022 को आयोजित की गई थी। जिसमें ब्रहमा कुमारी व कमला कुमारी चयनित होकर राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर में मेवाड़ यूनिवर्सिटी द्वारा जारी फर्जी-जाली डिग्री,अंकतालिका पेश करने पर राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की ओर से राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा (भर्ती में अनुचित साधनों की रोकथाम के अध्युपाय) अधिनियम 2022 व पुलिस थाना सिविल लाईन अजमेर में प्रकरण दर्ज करवाकर एसओजी द्वारा जांच पडताल आरम्भ की गई।
इस प्रकरण में अभ्यर्थी ब्रहमा कुमारी को पूर्व में गिरफ्तार जांच की गई। जहां जांच पडताल में सामने आया है कि मेवाड यूनिवर्सिटी का प्रिंसिपल द्वारा दी गई। इस पर मेवाड़ यूनिवर्सिटी गंगरार चित्तोड़गढ में पदस्थापित कौशल किशोरचन्द्रुल निवासी मानसरोवर जयुपर हाल डीन और प्रोफेसर फार्मेसी विभाग की संलिप्तता पाई जाने पर सोमवार को गिरफ्तार किया गया है। जिसे रिमांड प्राप्त कर मेवाड़ विश्वविद्यालय से जुड़े अन्य संदिग्धों के बारे में पूछताछ की जायेगी।