जयपुर। आरक्षण से वंचित एससी-एसटी समाज संघर्ष समिति नेता प्रति पक्ष टीकाराम जुली के जातिवाद को लेकर दिए गए बयान का विरोध किया है। आरक्षण से वंचित एससी-एसटी समाज संघर्ष समिति के प्रदेश संरक्षक पूर्व सांसद गोपाल पचेरवाल, संयोजक राकेश बिडावत ने कहा कि जूली जिस समाज से आते है उसने वाल्मीकि, सांसी, कंजर, बावरी, बेडिय़ां समाज के साथ छुआछुत करता आया है।
हम उनको न्योता देते हैं कि इन समाजों के साथ बैठकर इनके घर भोजन करें। जूली ने वाल्मीकि समाज को अपने घर बुलाकर साथ में भोजन नहीं कराया। सह संयोजक घनश्याम बडतिया ने कहा कि ये कांग्रेस की महादलितों के प्रति ओछी मानसिकता को दर्शाता है। सह संयोजक सीताराम लुगरिया ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसलै को आए छह माह से ज्यादा समय हो गया है। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को आरक्षण वर्गीकरण मामले में विधानसभा में बोलना चाहिए।
उल्लेखनीय है कि राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने आईफा अवॉर्ड्स के बहाने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला था। जूली ने कहा था- अगर आरएसएस में हिम्मत है, तो वह राजस्थान में छुआछूत खत्म करके दिखाए और दलितों को आगे लाने के लिए अभियान चलाए।