जयपुर। स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन रहता है और स्वस्थ तन- मन में उच्च विचार, सौंदर्य और सृजन का भाव जागृत होता है। इस उद्देश्य से भवानी निकेतन में चल रहे नए दृष्टिकोण वाले शिविर का आयोजन किया जा रहा है। इसमें फोर्टी की सभी शाखाओं के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। इसमें फोर्टी संरक्षक आईसी अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष फोर्टी जगदीश सोमानी चीफ सेक्रेटरी फोर्टी गिरधारी लाल खंडेलवाल, फोर्टी वुमन विंग से प्रेसिडेंट अलका गौड़ फोर्टी वूमेन विंग सदस्य ज्योति पंवार,सोनिया बढ़ाया,राजकुमारी गोयल, अनिता खंडेलवाल, यूथ विंग प्रेसिडेंट सुनील अग्रवाल ने भाग लिया। 2 जून तक चलने वाले शिविर में दैनिक व्यवहार में छोटे- छोटे बदलाव से जीवन को निरोग और तनाव मुक्त करना सिखाया जा रहा है।
यहां गुरु परम अलय की ओर से बताया जा रहा है कि सामान्य वार्तालाप , आचार- विचार की दैनिक प्रक्रियाओं में मामूली बदलाव से आत्मशांति का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। जिनसे आशीर्वाद लेना है उनके पैरों के अंगूठे को अपने दोनों हाथों से छुएंगे तो उनका हाथ स्वत ही आपके सिर पर आ जाएगा। हम जितना झुकते हैं आशीर्वाद भी उतना ही मिलता है। मानव शरीर बीमारियों के लिए नहीं बना है, बल्कि जीवन का आनंद लेने के लिए बना है, लेकिन हमने व्यसनों से इसे रुग्ण बना दिया है।
फोर्टी संरक्षक आईसी अग्रवाल, ने कहा कि यह शिविर वर्तमान में शहरी जीवन के बीच आत्मीय सुख और शांति प्रदान करने वाला है। फोर्टी चीफ सेक्रेटरी गिरधारी लाल खंडेलवाल का कहना है कि आधुनिक भागदौड़ भरी दिनचर्या के बीच शिविर में सहज योग के माध्यम से शारीरिक और मानसिक सुकून के लिए छोटी- छोटी लेकिन उपयोगी बातें सीखने को मिली।