जयपुर। सरकारी जमीन पर गलत तरीके से पट्टे जारी करने के मामले में स्वायत्त शासन विभाग ने जयपुर नगर निगम हैरिटेज की पूर्व लैंड शाखा उपायुक्त,लेखाकार सहित कनिष्ठ अभियंताओं को सस्पेंड कर दिया है। इसके बाद अब विभाग के स्तर पर इस पूरे मामले की रिपोर्ट सरकार को भेजे जाने की तैयारी की जा रही है।
स्वायत्त शासन विभाग के एडिशनल डायरेक्टर श्याम सिंह शेखावत ने बताया कि जयपुर नगर निगम हैरिटेज की नेहरू नगर पानी पेच में करोड़ों रुपए कीमत की सरकारी जमीन के निगम ने गलत तरीके से पट्टे जारी कर दिए थे। निगम अधिकारियों ने नंबर का हेरफेर कर निगम की जमीन के निगम से ही पट्टे उठाए थे। इनमें 35 में 10 की रजिस्ट्री भी करवा ली गई थी। जिसकी शिकायत पर निगम कमिश्नर डॉ. निधि पटेल ने एडिशनल कमिश्नर के अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया था।
जिसकी रिपोर्ट में अब नगर निगम के चार अधिकारियों हंसा मीणा पूर्व लैंड उपायुक्त, मनोज मीणा कनिष्ठ अभियन्ता, मुकेश मीणा लेखाकार और शंकर मीणा कनिष्ठ सहायक को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही चारों अधिकारियों को सस्पेंशन टाइम में उप निदेशक (क्षेत्रीय), स्थानीय निकाय विभाग बीकानेर में नियुक्ति देने का फैसला किया गया है।
शेखावत ने बताया कि वहीं इस गंभीर मामले में जो भी लोग और दोषी होंगे। उनके खिलाफ भी सख्त एक्शन लिया जाएगा। वहीं इस पूरे गड़बड़ घोटाले में सिर्फ नगर निगम के चार अधिकारी ही नहीं बल्कि, काफी और लोग भी दोषी हैं। जिनके संरक्षण में यह पूरा गड़बड़ घोटाला किया गया है। अब इनका साथ देने वाले सभी लोगों के खिलाफ निष्पक्ष जांच की जाएगी,ताकि सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान लगाने वाले लोगों को जेल हो सके।