जयपुर। गायत्री परिवार की ओर से कार्तिक स्नान शुरू होने पर पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित ऑनलाइन हवन (यज्ञ) में देश-विदेश से हजारों साधक जुड़ेंगे। यह आयोजन मंगलवार, 7 अक्टूबर को प्रातःसाढ़े 7 बजे से प्रारंभ होगा। श्रद्धालुओं से आग्रह किया गया है कि वे सुबह सवा 7 बजे तक तैयार होकर लॉगिन करें, ताकि यज्ञ की व्यवस्था और विधि को समझ सकें। यह यज्ञ जूम एप और यूट्यूब लाइव के माध्यम से प्रसारित किया जाएगा। यज्ञ का उद्देश्य घर-घर में संस्कार, शुद्धता और आध्यात्मिकता का वातावरण बनाना है।
कार्यक्रम में सभी को अपने घर में सरल तैयारी के साथ सहभागिता करने का आग्रह किया गया है। हवन सामग्री की सूची पूर्व में ही दी गई है ताकि श्रद्धालु समय से तैयारी कर सकें —गायत्री माता, गुरुदेव, माता की तस्वीर, रोली, मोली, सुपारी, चावल, नारियल, गोला, घी, फूल, मिठाई, केला, कपूर, हवन सामग्री, समिधा, पीला कपड़ा, अगरबत्ती, जनेऊ, दीपक आदि।
यदि हवन कुंड न हो, तो परात या ईंटों की सहायता से वेदी बनाकर भी यज्ञ किया जा सकता है। आयोजन के दौरान सभी प्रतिभागियों से अनुरोध है कि वे शांत मन से मंत्रोच्चार करते हुए सामूहिक प्रार्थना करें। गायत्री परिवार राजस्थान के समन्वयक ओम प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि यह ऑनलाइन यज्ञ राष्ट्र, समाज और परिवार की समृद्धि तथा वैश्विक शांति के लिए समर्पित होगा।