बीमा धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों से ऐसे बचें

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How to avoid rising cases of insurance fraud
How to avoid rising cases of insurance fraud

मुंबई। बीमा धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, और जालसाज पहले से ज्यादा चालाक होते जा रहे हैं। किसी नकली इंश्योरेंस एजेंट के झांसे में आना आपको गंभीर मुसीबत में डाल सकता है, क्योंकि जरूरत के समय आपका बीमा कवर ही मान्य नहीं होगा। इसी खतरे को ध्यान में रखते हुए, भारत की अग्रणी इंश्योरटेक कंपनी इंश्योरेंसदेखो ने 5 अहम संकेत बताए हैं, जो आपको नकली एजेंट की पहचान करने और ठगी से बचने में मदद करेंगे।

नकली एजेंट जिन बातों पर ज्यादा ध्यान देते हैं उनमें अविश्वसनीय रूप से आकर्षक ऑफर, सिर्फ नकद में भुगतान की मांग, ऑनलाइन या आधिकारिक पहचान का न होना, अनौपचारिक बातचीत और असंगत संचार, जल्दबाजी में खरीदने का दबाव आदि मुख्य रूप से शामिल होते हैं।

  1. अविश्वसनीय रूप से आकर्षक ऑफर: अगर कोई बीमा योजना बहुत कम प्रीमियम, गारंटीड हाई रिटर्न या “एक्सक्लूसिव” डील्स का वादा कर रही है, तो सतर्क रहें। असली पॉलिसी में हमेशा कुछ शर्तें और जोखिम जुड़े होते हैं। अगर कोई ऑफर असली से ज्यादा अच्छा लग रहा है, तो संभव है कि वह फर्जी हो।
  2. सिर्फ नकद में भुगतान की मांग: कोई भी विश्वसनीय बीमा कंपनी न तो नकद भुगतान मांगेगी और न ही किसी निजी खाते में पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहेगी। ठग नकद या अनौपचारिक भुगतान तरीकों को प्राथमिकता देते हैं ताकि उनका पता न लगाया जा सके। हमेशा सुनिश्चित करें कि भुगतान सीधे कंपनी के आधिकारिक खाते में ही जाए।
  3. ऑनलाइन या आधिकारिक पहचान का न होना: आज के डिजिटल दौर में, असली इंश्योरेंस प्रोफेशनल्स की ऑनलाइन पहचान होती है। अगर किसी एजेंट की लिंक्डइन प्रोफाइल नहीं है, वह कंपनी की वेबसाइट पर सूचीबद्ध नहीं है, या बीमा नियामक संस्था में पंजीकृत नहीं है, तो यह साफ संकेत है कि कुछ गड़बड़ है। कोई भी निर्णय लेने से पहले कंपनी से उनके क्रेडेंशियल्स की पुष्टि जरूर करें।
  4. अनौपचारिक बातचीत और असंगत संचार: वास्तविक बीमा एजेंट हमेशा कंपनी द्वारा जारी किए गए आधिकारिक ईमेल पते का उपयोग करते हैं। यदि कोई एजेंट जीमेल, याहू या किसी असामान्य ईमेल पते से आपसे संपर्क कर रहा है, तो सतर्क रहें। धोखेबाज आमतौर पर आधिकारिक चैनलों की बजाय व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के माध्यम से संचार करते हैं। किसी भी निर्णय से पहले बीमा कंपनी से एजेंट के संपर्क विवरण की पुष्टि जरूर करें।
  5. जल्दबाजी में खरीदने का दबाव: धोखेबाज आपको जल्द फैसला लेने के लिए मजबूर करने के लिए अक्सर ये बातें कहते हैं:
  • यह ऑफर आज ही खत्म हो रहा है!
  • इस विशेष कीमत का लाभ उठाने के लिए अभी भुगतान करें!
  • अगर आपने अभी फैसला नहीं लिया, तो यह मौका हाथ से निकल जाएगा!”

वास्तविक बीमा एजेंट आपको पॉलिसी की समीक्षा करने, अपने सवाल पूछने और सोच-समझकर निर्णय लेने का पूरा समय देते हैं।

खुद को सुरक्षित रखने के उपाय:

  • एजेंट के लाइसेंस की पुष्टि करें: आधिकारिक बीमा नियामक संस्था से एजेंट का लाइसेंस सत्यापित करें।
  • कंपनी से सीधे संपर्क करें: एजेंट की पहचान और प्रमाणिकता की पुष्टि के लिए बीमा कंपनी से सीधे जानकारी लें।
  • कैश पेमेंट से बचें: हमेशा कंपनी के आधिकारिक भुगतान चैनलों का ही उपयोग करें।
  • ऑनलाइन विश्वसनीयता जांचें: एजेंट की प्रामाणिकता जानने के लिए ऑनलाइन रिव्यू, सरकारी लिस्टिंग और सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच करें।
  • अपने मन की आवाज सुनें: यदि कोई चीज़ संदिग्ध लगे, तो पूरी जांच-पड़ताल करने के बाद ही कोई निर्णय लें।

सतर्क रहें, सही जानकारी प्राप्त करें और सोच-समझकर बीमा खरीदें। आपकी आर्थिक सुरक्षा आपके हाथ में है!

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