जयपुर। अक्षय के अबूझ सावे पर जयपुर जिले में सैंकड़ों जोड़े परिणय सूत्र में बधेंगे। ब्राह्मण, जांगिड़ सहित कई समाजों के सामूहिक विवाह सम्मेलन भी होंगे। एकल विवाह की भी धूम रहेगी। राजधानी के सभी प्रमुख होटल, बैंक्वेट हॉल, सामुदायिक केन्द्र और मैरिज गार्डन पहले से ही बुक हैं। विवाह के अलावा नूतन गृह प्रवेश, यज्ञोपवीत संस्कार भी होंगे। अबूझ मुहूर्त होने के कारण अन्य मांगलिक आयोजन भी जमकर होंगे।
ज्योतिषाचार्य पं. सुरेन्द्र गौड़ ने बताया कि अक्षय तृतीया के बाद 12 मई को पीपल पूर्णिमा का अबूझ सावा रहेगा। इस बार अप्रैल से 6 जुलाई तक विवाह संस्कार के लिए शुभ समय है। कुल 22 सावे और 6 अबूझ सावे इस अवधि में आ रहे हैं, जिससे विवाह आयोजनों की जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। अप्रैल के महीने में किसानों द्वारा अपनी रबी फसल की कटाई पूरी कर लेने के बाद वे अब विवाह की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
कपड़ों, गहनों, सजावट और मिठाइयों की दुकानों पर खरीददारों की भीड़ लगी हुई है। गार्डन, टेंट हाउस और कैटरर्स की बुकिंग भी लगभग फुल हो चुकी है। शादी-विवाह के इस शुभ मौसम में न केवल सामाजिक समरसता देखने को मिलती है, बल्कि अर्थव्यवस्था को भी एक नई रफ्तार मिलती है।