June 29, 2025, 10:51 pm
spot_imgspot_img

राज्य सरकार सफाई भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता नहीं देगी तो होगा राज्यव्यापी आंदोलन: जैदिया

जयपुर। जहां एक तरफ भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाल्मीकि समाज को सम्मान दे रहे है और वहीं दूसरी ओर राजस्थान में सोमवार को वाल्मीकि समाज की ओर से सफाई कर्मचारी भर्ती सहित विभिन्न मांगों को लेकर एक दिन का सांकेतिक विशाल धरना-प्रदर्शन गवर्नमेंट हॉस्टल शहीद स्मारक जयपुर पर दिया गया। जहां राजस्थान के कई जिलों से पधारे संगठनों के पदाधिकारियों ने एक सुर में आवाज बुलंद कर मांगों नहीं मानने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी दी।

अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के बैनर तले अध्यक्ष किशनलाल जैदिया ने वाल्मीकि सफाई समुदाय से उनकी मांगों को लेकर प्रदेश व्यापी संघर्ष करने का आवाहन किया है। इस विशाल धरना-प्रदर्शन के बाद किशनलाल जैदिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचा और मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र का ज्ञापन सौपा। जहां संबंधित अधिकारियों ने उन्हे सकारात्मक जवाब देकर उनकी मांग मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा तक पहुंचाने का आश्वासन दिया।

अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष किशनलाल जैदिया ने बताया कि अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के बैनर तले वाल्मीकि समाज कई मांगों को लेकर सोमवार को गवर्नमेंट हॉस्टल शहीद स्मारक पर विशाल धरना-प्रदर्शन किया गया।

उन्होंने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में एक प्रमुख मांग यह है कि सफाई कर्मचारी भर्ती में परम्परागत सफाई कार्य करने वाली जाति वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देकर भर्ती की जाए तथा सफाई भर्ती आरक्षण मुक्त की जाये। इसके अलावा आवेदन के लिए एक माह का समय तत्काल बढाया जाए। साथ ही सफाई कर्मचारी भर्ती लॉटरी से न करा कर प्रैक्टिकल सफाई कार्य तीन माह तक करवाकर की जाये। जिसका दैनिक मजदूरी भुगतान सरकार करे।

अखिल भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश बेनीवाल ने बताया कि भाजपा सरकार दलित विरोधी एवं सफाई मजदूर विरोधी है। यह जानबूझकर सफाई कर्मचारी भर्ती में वाल्मीकि समाज के अलावा अन्य जाति के लोगों को भर्ती करना चाहती है जबकि वह सफाई का कार्य करते ही नहीं है। इस एक दिवसीय धरने में सम्पूर्ण राजस्थान के कोने कोने से आये सफाई मजदूर वर्ग वाल्मीकि समाज ने विशाल जनसभा में प्रस्ताव पारित किया कि वाल्मीकि समाज का आजादी के बाद आज तक पुनर्वास नहीं हुआ है।

सफाई कर्मचारी भर्ती पर इसलिए ही आरक्षण लागू नहीं है। भाजपा की राज्य सरकार जानबूझकर वाल्मीकि समाज की रोजी रोटी छीनने का काम कर रही है। सभी ने ध्वनि मत से यह प्रस्ताव भी पारित किया कि आगे उक्त मांगे नहीं मानी गई तो संघर्ष तेज किया जाएगा। जिसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी।

राष्ट्रीय महामंत्री विजय बोहत ने कहा कि वर्तमान में चल रही सफाई भर्ती प्रक्रिया में समझौता शर्ताे की पालना नहीं किए जाने से सफाई कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है। साथ ही पूर्व की जिन भर्तियों में कोर्ट में मामला विचाराधीन है या जिन पर निर्णय हो चुका है उनमें नियुक्ति के आदेश जारी किए जाए।

प्रमुख प्रदेश महामंत्री राजेश गारू ने कहा कि सफाई भर्ती में वाल्मीकि समाज को अनदेखा किया गया है। वाल्मीकि समाज का हक छीनकर अन्य को वरीयता दी जा रही है। जो सरासर गलत है अगर सरकार इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं करती है कि तो सम्पूर्ण राजस्थान में वाल्मीकि समाज द्वारा प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जायेगा।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Stay Connected

25,000FansLike
15,000FollowersFollow
100,000SubscribersSubscribe

Amazon shopping

- Advertisement -

Latest Articles