मुंबई। त्योहारों के दौरान भारतीय होम डेकोर इंडस्ट्री में काफी उछाल देखा गया। सामान्यतौर पर इसकी शुरूआत त्योहारों के करीब चार से पांच महीने पहले ही हो चुकी थी। डॉर्बी के निदेशक और सीईओ मेहुल अग्रवाल ने बताया कि त्योहारों के पीक मौसम, जुलाई से लेकर जनवरी में बिक्री बढ़ने के काफी सारे कारण हैं, जिसमें खासतौर से ब्यूटीफिकेशन तथा रंग-रोगन वाले प्रोजेक्ट पर जोर देना शामिल है। यह घरों और व्यावसायिक क्षेत्रों, दोनों पर ही लागू होता है। त्योहारों में एक खुशनुमा और आकर्षक माहौल बनाने की चाहत ने लोगों तथा व्यापारों को होम डेकोर प्रोडक्ट्स खरीदने और सर्विसेज लेने के लिए प्रेरित किया, जिसकी वजह से इस इंडस्ट्री में स्थाई रूप से उछाल देखा गया।
भले ही महानगरों में लगातार इसमें वृद्धि हो रही है, लेकिन टियर 2, टियर 3 और ग्रामीण क्षेत्रों में भी मांग में काफी उछाल देखा जा रहा है। टियर 2 और टियर 3 शहरों में बिक्री के प्रतिशत में सबसे ज्यादा उछाल देखा गया है। महानगरों के 10% तथा 14% की तुलना में यह प्रतिशत 15% से 20% के बीच देखा जा रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि टियर 2 तथा टियर 3 शहरों में तेजी से बढ़ते इंफ्रास्टक्चर के कारण ऐसा हो रहा है। इससे घरों को सुंदर बनाने वाले प्रोडक्ट्स तथा सर्विसेज की मांग में तेजी देखी जा रही है।
वहीं, त्योहारी मौसम में सिर्फ लैमिनेट्स के प्रति रुझान को इसका कारण नहीं माना जा सकता, इनकी टिकाऊ प्रकृति को देखते हुए पेस्टल्स, सॉलिड रंगों, सेल्फ-टेक्सर्च्ड फिनिश, स्टोन फिनिश और बांसुरीदार पैटर्न को भी उतना ही महत्व देना होगा। इस तरह की पसंद मौसमी दायरों से परे सदाबहार खूबसूरती और सौम्यता को दर्शाते हैं।
कुल मिलाकर, भारत में होम डेकोर इंडस्ट्री एक दमदार उछाल के लिए तैयार है, खासकर टियर 2 और टियर 3 शहरों में। ऐसी उम्मीद की जाती है कि आगे आने वाले वर्षों में यह चलन जारी रहने वाला है, क्योंकि इन शहरों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को कमाई का जरिया मिल रहा है और वे अपने घरों को बेहतर बनाने के लिए नए प्रोडक्ट्स/ट्रेंड्स का चुनाव कर रहे हैं।
अग्रवाल ने बताया कि “आज के दौर में लैमिनेट, महज एक फर्नीचर कवरिंग तक सीमित ना रहकर एक बेहतरीन विकल्प बन गया है हर श्रेणी के व्यक्ति के लिये, चाहे वो बजट के प्रति जागरूक हो या फिर ज्यादा खर्च करने की क्षमता रखने वाले हो। तकनीक में हुई प्रगति की वजह से लैमिनेट्स की फिनिश असली के काफी करीब आ चुकी है, जिससे टिकाऊ, स्टाइलिश तथा कम रख-रखाव वाले विकल्पों की एक बड़ी रेंज मिल रही है।’’