जयपुर। पुलिस कमिश्नरेट की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत सदर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करने वाले एक अन्तर्राज्यीय तस्कर को गिरफ्तार कर उसके पास से 27 किलो गांजा जब्त किया है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन स्वीप के तहत सदर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अवैध मादक पदार्थ गांजा की तस्करी करने वाले अन्तर्राज्यीय तस्कर राजेंद्र कुमार निवासी बलारा जिला सीकर को थाना इलाके में स्थित बड़ोदिया बस्ती से गिरफ्तार किया है और उसके पास से 27 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ गांजा भी जब्त किया है। पुलिस जानकारी में सामने आया है वह यह मादक पदार्थ कटक उडीसा निवासी विश्वनाथ नामक व्यक्ति से हावडा पश्चिमी बंगाल में खरीद कर लाया है।
वहीं उस पर शक न हो इसलिये वह जयपुर से ट्रेन से हावड़ा जाता तथा हावडा स्टेशन के आसपास बडे-बडे ट्रॉली बैग में एक-एक किलोग्राम गांजा की पैकिंग करवाकर विश्वनाथ नामक व्यक्ति से डिलेवरी लेता तथा बैग में रखे गांजे के पैकेट को चदर व कपड़ों में छुपाकर बैग को बंद कर ट्रेन के एसी कोच में सफर कर जयपुर लेकर आता तथा फिर कुछ दिन जयपुर रूककर उसके बाद यहां से बस द्वारा लक्ष्मणगढ व फतेहपुर सीकर जाकर वहां भी गांजे की सप्लाई अपने स्थायी ग्राहको को देता था। आरोपी ने कोरोना काल से पहले अपने गांव के पास कस्बा बलारा में शेखावाटी पब्लिक स्कूल के नाम से मिडिल स्कूल की शुरुआत की थी। जिसमें काफी निवेश कर दिया था।
लेकिन कोरोना काल में अभिभावकों द्वारा बच्चों को स्कूल नहीं भेजने के कारण उसे स्कूल के व्यवसाय में काफी नुकसान हो गया था। तब वह फतेहपुर में पप्पू सैनी के संपर्क में आ गया था। जिसने उसे अपना कर्जा उतारने के लिये गांजे की तस्करी कर मोटा मुनाफा कमाने का सुझाव दिया। जो स्वयं भी स्थानीय स्तर पर गांजे की बिक्री का कार्य करता है। जिस पर मैने गांजा उपलब्ध करवाने वाले कटक निवासी विश्वनाथ नामक व्यक्ति का मोबाईल नम्बर प्राप्त कर उससे संपर्क कर विगत 1 साल से गांजे की तस्करी करना शुरू कर दिया तथा अभी तक वह हावडा से 6 बार 10-10 किलो गांजा इसी प्रकार ट्रेन से एसी कोच में सफर कर लाकर उसे जयपुर, लक्ष्मणगढ़ व सीकर क्षेत्र में बेच चुका है। इस बार पहली बार 10 किलो से अधिक माल लेकर आया था तथा माल सहित पकडा गया। आरोपित शैक्षणिक योग्यता बी.ए. व बीएड है।