जयपुर। भारत का इंफ्रास्ट्रक्चर विकास दुनिया की सबसे बड़ी निवेश संभावनाओं में से एक है और इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट्स वह माध्यम हैं, जो आम निवेशकों को इस राष्ट्र-निर्माण यात्रा से जोड़ते हैं।
आज सेबी के साथ पंजीकृत 27 इनविट्स लगभग 7 लाख करोड़ की परिसंपत्तियों का प्रबंधन कर रहे हैं। इनमें पावर, सड़कें, नवीकरणीय ऊर्जा, टेलीकॉम टावर और पाइपलाइनों जैसे सेक्टर शामिल हैं। अनुमान है कि 2030 तक प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियों का आकार तीन गुना बढ़कर लगभग 21 लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा। जिससे इनविट्स देश के सबसे तेजी से बढ़ते निवेश विकल्पों में शामिल हो जाएंगे।
“इनविट्स भारत में मौजूद खरबों डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर अवसर को हर निवेशक की पहुंच में लाते हैं – चाहे वह वैश्विक संस्थागत निवेशक हों या स्टॉक एक्सचेंज पर सिर्फ एक यूनिट खरीदने वाला खुदरा निवेशक।”
चीफ फ़ाइनेंशियल ऑफिसर इंडीग्रिड मेघना पंडित ने कहा कि “इनविट्स एक ऐसा अनोखा निवेश प्लेटफॉर्म है, जो डेवलपर्स को पहले से तैयार और चल रही इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में फंसी पूंजी को अनलॉक कर नए प्रोजेक्ट्स में लगाने का अवसर देते हैं।
साथ ही यह निवेशकों को भारत की इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ स्टोरी में सीधे भागीदारी और स्थिर रिटर्न प्रदान करते हैं। कम-से-कम 80 प्रतिशत आय उत्पन्न करने वाली परिसंपत्तियां रखना और 90 प्रतिशत से अधिक नकदी प्रवाह वितरित करना – यह सब मजबूत गवर्नेंस और भरोसेमंद रिटर्न सुनिश्चित करता है।”