जयपुर। जैन बंधुओं के तत्वावधान में शनिवार को ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी को श्रुत आराधना महापर्व -श्रुत पंचमी समारोह भक्तिभाव से मनाया जाएगा। इस अवसर पर शहर भर के दिगम्बर जैन मंदिरों में पूजा-अर्चना सहित संगोष्ठियों के विशेष आयोजन किए जाएंगे।
राजस्थान जैन सभा जयपुर उपाध्यक्ष विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी शुभ तिथि को इस युग के अंतिम तीर्थंकर व वर्तमान शासन नायक भगवान महावीर स्वामी के मोक्षगमन के उपरांत उनकी दिव्यध्वनि से प्राप्त वाणी का लेखनकार्य श्री षटखंडागम ग्रंथ के रूप में पुष्पदंत व भूतबलि महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुआ था।
तीर्थंकर प्रभु की दिव्य ध्वनि से प्राप्त वाणी, जो समस्त जीवों के कल्याण की आधार है, उस वाणी के लेखन कार्य के क्रम में प्रथम ग्रंथ के लेखन की पूर्णता ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी इसी तिथि को हुई थी। तभी से सभी श्रावकों ने इस तिथि को विशेष पर्व को मनाना प्रारम्भ किया।
विभिन्न मंदिरों में होगा शोभायात्रा का आयोजन
ज्येष्ठ शुक्ल पंचमी शनिवार को शहर के दिगम्बर जैन मंदिरों में जिनवाणी सजाओ प्रतियोगिता, जिनवाणी की पूजा सहित श्रुत स्कन्ध पूजा विधान किया जाएगा ।शहर में राजस्थान जैन साहित्य परिषद् जयपुर के तत्वावधान में जौहरी बाजार दडा मार्केट स्थित बडा मंदिर से मनिहारों का रास्ता महावीर पार्क के पास स्थित संघीजी मंदिर तक शोभायात्रा निकाली जाएगी।
इसी कड़ी में मानसरोवर के वरुण पथ स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में गणिनी आर्यिका सरस्वती मति माताजी ससंघ के सानिध्य में शोभायात्रा निकाली जाएगी। कई मंदिरों में श्रुत स्कंध पूजा विधान एवं संगोष्ठियों के आयोजन किए जाएंगे। बीलवा के श्री शांतिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर नांग्ल्या में गणिनी आर्यिका नंगमति माताजी के सानिध्य में विशेष आयोजन किया जाएगा।
दुर्गापुरा के श्री दिगम्बर जैन मंदिर चन्द्र प्रभजी में मुनि जयकीर्ति महाराज के सानिध्य में श्रुत पंचमी महोत्सव मनाया जाएगा। उपाध्याय उर्जयन्त सागर मुनिराज के सानिध्य में ख्वास जी का रास्ता स्थित श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सोनियान में विशेष आयोजन होंगे।
आचार्य आदिसागर (अंकलीकर) का 110 वां आचार्य पदारोहण दिवस
झोटवाड़ा के पटेल नगर स्थित श्री 1008 चन्द्र प्रभ दिगम्बर जैन मंदिर में शनिवार को श्रुत पंचमी के पावन अवसर पर भगवान महावीर स्वामी की अक्षुण्ण परम्परा में बीसवीं सदी के ज्येष्ठाचार्य दिगम्बर श्रमण परम्परा के उन्नायक आचार्य आदिसागर (अंकलीकर) महाराज का 110 वां आचार्य पदारोहण दिवस मनाया जाएगा। इस मौके पर प्रातः साढ़े 5 बजे नित्य कलशाभिषेक, प्रातः सवा 6 बजे आदिसागर गुरुदेव के कलशाभिषेक, प्रातः सवा 7 बजे से पं. वैभव शास्त्री के निर्देशन में आदिसागर गुरुदेव की पूजा विधान किया जाएगा।