जयपुर। विश्व प्रसिद्ध जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ( जिफ ) का अगला संस्करण इस बार नई दिल्ली में आयोजित होगा। यह महोत्सव 13 से 15 फरवरी 2026 तक भारत मंडपम नई दिल्ली में होने जा रहा है। फेस्टिवल आयोजकों ने बुधवार को चयनित फ़िल्मों की पहली सूची जारी की है।
फेस्टिवल के प्रवक्ता राजेन्द्र बोरा ने बताया कि प्रतियोगिता श्रेणियों में इस वर्ष 37 देशों की कुल 221 फ़िल्मों का चयन किया गया है। इन फ़िल्मों का चयन 78 देशों से प्राप्त 1785 प्रविष्टियों में से किया गया है।श्रेणियों के अनुसार चयनित फ़िल्मों में फीचर फिक्शन-38, डॉक्यूमेंट्री फीचर-9, एनीमेशन फीचर-4, शॉर्ट फिक्शन-121, डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट-27, एनीमेशन शॉर्ट-15, वेब सीरीज़-2, मोबाइल फ़िल्मों-4, ऐड फ़िल्म-1 और छात्रों की फिल्में-23 शामिल हैं। इनमें भारत से 122 फ़िल्में और विदेशों से 99 फ़िल्में शामिल हैं।
फेस्टिवल के संस्थापक निदेशक हनु रोज़ ने बताया कि इनका चयन बेहद सख़्त मूल्यांकन प्रक्रिया के बाद किया गया है। चयन समित में 21 देशों के 38 फिल्मकार शामिल हैं। फेस्टिवल की दूसरी सूची 5 दिसम्बर 2025 को जारी की जाएगी।
उन्होंने बताया कि इस वर्ष चयनित फ़िल्मों में भारत, कनाडा, लाइबेरिया, पाकिस्तान, कोरिया, रूस, मेक्सिको, संयुक्त अरब अमीरात, फिनलैंड, यूनाइटेड किंगडम, संयुक्त राज्य अमेरिका, इज़राइल, पुर्तगाल, ईरान, पोलैंड, फ्रांस, डेनमार्क, इटली, बुल्गारिया, ब्राज़ील, नॉर्वे, कोलंबिया, अर्जेंटीना, आयरलैंड, तुर्की, सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया, स्पेन, रोमानिया, ऑस्ट्रिया, सर्बिया, जापान, नीदरलैंड, जर्मनी, फिलीपींस, लेबनान और क़तर जैसे देशों की फ़िल्में शामिल हैं।
फेस्टिवल का उद्देश्य है — भारतीय सिनेमा की महिमा को विश्व पटल पर स्थापित करना, वैश्विक संवाद को प्रोत्साहित करना और नई प्रतिभाओं को अंतरराष्ट्रीय मंच प्रदान करना है। हनु रोज़ ने बताया कि इस बार “जिफ – एनडीएफएफ ग्लोबल सिने कॉन्फ्लुएंस, दिल्ली फिल्म कन्वेंशन और समिट 2026” के तहत आयोजित यह संस्करण भारतीय सिनेमा की वैश्विक पहचान और सांस्कृतिक धरोहर का भव्य उत्सव होगा।
हनु रोज़ ने बताया कि जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (जिफ) का यह संस्करण इस बार नई दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है ताकि “जिफ – एनडीएफएफ ग्लोबल सिने कॉन्फ्लुएंस, दिल्ली फिल्म कन्वेंशन और समिट 2026” के उद्देश्य को सशक्त बनाया जा सके। यह आयोजन भारतीय सिनेमा को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाने, अंतरराष्ट्रीय फिल्म समुदाय को एक साझा मंच पर जोड़ने और भारत को विश्व सिनेमा केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।




















