जयपुर। श्याम नगर इलाके में रहने वाली 14 वर्षीय शिक्षा जैन की नजर ओलंपिक गोल्ड पर है। जयपुर की उभरती गोल्फ खिलाड़ी शिक्षा जैन ने गोल्फ की दूनिया में इतिहास रचते हुए एक ही टूनामेंट में तीन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई किया है। गुरुग्राम स्थित आईटीसी क्लासिक गोल्फ क्लब में 25 से 27 मार्च तक आयोजित ‘ग्रीन्स टू ग्लोरी जूनियर गोल्फ टूर्नामेंट’ में शिक्षा ने अपनी श्रेणी में पहला स्थान हासिल कर सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है।
इस प्रदर्शन के दम पर उन्होंने निम्न तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में जगह बनाई है। जूनियर अफ्रीका चैलेंज, दक्षिण अफ्रीका (अगस्त 2025), पीपीटीवी इंटरनेशनल जूनियर गोल्फ चैंपियनशिप, थाईलैंड (7–9 मई 2025),बांग्लादेश एमेच्योर ओपन, ढाका (23–26 अप्रैल 2025),टेक्निक, टेम्परामेंट और टारगेट — शिक्षा की गोल्फ स्टाइल कैटेगरी बी (13–14 वर्ष) में 36-होल स्ट्रोकप्ले के दौरान शिक्षा ने न सिर्फ स्कोरबोर्ड पर दबदबा बनाए रखा, बल्कि अपने आत्मविश्वास और अनुशासन से उम्रदराज खिलाड़ियों को भी पीछे छोड़ दिया।
शिक्षा रोज़ाना 10 से 11 घंटे करती है प्रैक्टिस
टूर्नामेंट के बाद शिक्षा ने कहा, “हर राउंड मुझे ओलंपिक के एक कदम और करीब ले जाता है। ये जीतें खास हैं, लेकिन सफर अभी शुरू हुआ है। 84 खिताब, 147 अंतरराष्ट्रीय निमंत्रण और ओलंपिक का सपना शिक्षा की सबसे बड़ी ताकत है उनकी फोकस और मेहनत। वे रोज़ाना 10 से 11 घंटे प्रैक्टिस करती हैं और फिटनेस, पढ़ाई और गोल्फ के बीच बेहतरीन संतुलन बनाते हुए है। अब तक वे 84 ट्रॉफी जीत चुकी हैं और उन्हें 147 अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों के लिए आमंत्रण मिल चुका है। शिक्षा जैन का सपना है कि वो भारत के लिए 2028 ओलंपिक में गोल्ड जीतकर लाए ।
दबाव में शांत, खेल में तेज
चोट लगे, शोर हो या कोई व्यवधान हो शिक्षा का ध्यान नहीं भटकता। वे तुरंत रीसेट करती हैं और मजबूती से वापसी करती हैं। कोच उन्हें “प्रेशर में भी ठंडी दिमाग वाली खिलाड़ी” कहते हैं, जबकि प्रतिस्पर्धी उन्हें “अडिग” मानते हैं। जयपुर से विश्व मंच तक शिक्षा की उड़ान कम उम्र, बड़ा सपना और उससे भी बड़ी मेहनत। शिक्षा जैन केवल भविष्य नहीं, भारतीय गोल्फ का वर्तमान बन चुकी हैं।