जयपुर। राजधानी जयपुर में डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालुओं ने रविवार को विशाल शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान लाखों श्रद्धालु जयपुर में एकत्रित हुए और एकजुटता का संकल्प लिया। श्रद्धालुओं में उत्साह इतना था कि डेरा प्रबंधन द्वारा किए गए समस्त तमाम बंदोबस्त छोटे पड़ गए और दस किलामीटर के एरिया में जाम लग रहा। कार्यक्रम की शुरूआत से पहले ही मुख्य पंडाल साध-संगत से खचाखच भर गए।
बाद में सड़क किनारों खड़े होकर अनुयायियों ने सत्संग कार्यक्रम का लाभ उठाया। जयपुर के राजस्थान आवासन मंडल ग्राउंड, अरावली मार्ग, वीटी रोड शिप्रा पथ थाने के सामने मानसरोवर में आयोजित नामचर्चा सत्संग कार्यक्रम के दौरान डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत द्वारा किए जा रहे 159 मानवता भलाई कार्यों को गति देते हुए फूड बैंक मुहिम के तहत 33 अति जरूरतमंद परिवारों को राशन की किटें वितरित की गई। इस दौरान गुरु की ओर से भेजी गई 17वीं चिट्ठी को साध-संगत के समक्ष पढ़कर सुनाया गया। जिसे सुनकर साध-संगत भाव-विभोर हो गई।
सुबह करीब 11 बजे धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा लगाकर सत्संग भंडारे कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इससे पूर्व उपस्थित साध-संगत ने इलाही नारा बोलकर गुरु को पवित्र सत्संग भंडारे की बधाई दी। तत्पश्चात कविराजों ने सुंदर भजन वाणी से गुरु महिमा का गुणगान करते हुए मनुष्य जन्म में राम-नाम का जाप करने के लिए प्रेरित किया। सत्संग भंडारे की नाम चर्चा में पूर्व मंत्री डा. रामप्रताप, पूर्व विधायक राजेन्द्र भादू सहित दर्जनों पंचायत के सरपंच नगर परिषद के पार्षद सहित भारी संख्या में गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
85 मैंबर गुरसेवक इन्सां ने साध-संगत को डेरा सच्चा सौदा द्वारा चलाए जा रहे 159 मानवता भलाई कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। इसके पश्चात सारी साध-संगत ने अपने दोनों हाथ खड़े कर इन मानवता भलाई कार्यों को दोगुनी रफ्तार से और एकता के साथ करने का संकल्प लिया।
उन्होंने कहा कि सतगुरु के प्रति जो प्यार है, वैराग्य है, वो पूरी दुनिया देख रही है। फसली सीजन के बावजूद भी लाखों की संख्या में साध-संगत सत्संग भंडारे कार्यक्रम में अपने सतगुरु से रहमतों को लूटने आई है, जो बहुत बड़ी बात है। आज संगत का सतगुरु के प्रति जो प्यार है, वैराग्य है वो ठाठे मार रहा है। यह सब सतगुरु जी की रहमत से ही संभव हुआ है और सत्संगियों को खुशियां देने के लिए ही सतगुरु जी ऐसे कार्यक्रम करते हैं।
सत्संग भंडारे कार्यक्रम में गुरु भक्ति, गुरु प्रेम और गुरु पर दृढ़ विश्वास का अनूठा संगम देखने को मिला और साध-संगत के प्रेम के आगे बनाया गया मुख्य विशाल पंडाल भी छोटा पड़ गया। सत्संग भंडारा कार्यक्रम शुरू होने से पहले ही पंडाल श्रद्धालुओं से भर गया और कार्यक्रम की समाप्ति तक साध-संगत का आना अनवरत जारी रहा।

बाद में श्रद्धालुओं ने सड़कों किनारे खड़े होकर सत्संग कार्यक्रम को श्रवण किया। साध-संगत के वाहनों को रोकने के लिए बनाए गए 27 से अधिक ट्रैफिक ग्राउंड भी वाहनों से फुल हो गए। इसके अलावा जयपुर में पंडाल की ओर आने वाले सभी मार्गों पर साध-संगत के वाहनों का कई-कई किलोमीटर तक जाम लग गया तथा सड़कों पर वाहनों का लंबा-चौड़ा काफिला रैंगता हुआ नजर आया।
काबिले तारीफ रहा अनुशासन
सत्संग भंडारे कार्यक्रम में पहुंची साध-संगत का अनुशासन काबिले तारीफ रहा। पंडाल सहित सभी जगह पिन ड्रॉप साइलेंस जैसा माहौल देखने को मिला। साध-संगत के लिए महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग पंडाल तैयार किया गया तथा गर्मी को देखते हुए हजारों सेवादार बहन-भाई उपस्थित साध-संगत को पानी-पिलाने की सेवा में जुटे रहे। इसके अलावा सैंकड़ों सेवादार ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाने में पुलिस प्रशासन का सहयोग करते दिखे। कार्यक्रम की समाप्ति पर कुछ ही मिनटों में सारी साध-संगत को लंगर-भोजन छकाया गया।
साफ-सफाई के लिए किया प्रेरित
सत्संग भंडारे कार्यक्रम के दौरान डेरा सच्चा सौदा की ओर से किए जा रहे 159 मानवता भलाई कार्यों में शामिल 29वें कार्य स्वच्छता अभियान से संबंधित एक डॉक्यूमेंट्री दिखाई। जिससे लोगों को अपने आस-पास सफाई रखने के लिए जागरूक किया गया। डॉक्यूमेंट्री में 4 फरवरी 2023 को राजस्थान प्रदेश के कोने-कोने में डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी साध-संगत द्वारा चलाए गए सफाई अभियान के बारे में बताया गया।
डॉक्यूमेंट्री में पूज्य गुरु जी ने सफाई महाअभियान को एक यज्ञ बताया था, जिससे प्रेरित होकर डेरा श्रद्धालु इन सफाई कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते है। इसके अलावा दिखाया गया कि सफाई रखने से डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बिमारियों में कमी आती है। इसलिए सफाई अभियानों में बढ़-चढ़कर भाग लें और अपने आस-पास सफाई रखें।