मुंबई। भारत के अग्रणी एडटेक और अपस्किलिंग प्लैटफॉर्म, नेक्स्टवेव के को-फाउंडर्स शशांक रेड्डी गुज्जुला और अनुपम पेडार्ला को फोर्ब्स 30 अंडर 30 में स्थान दिया गया है। नेक्स्टवेव टियर-2, 3 और 4 शहरों के इंजीनियरिंग कॉलेज स्टूडेंट्स को सशक्त बनाकर भारत के टेक होराइजन 4.0 को बेहतर बना रहा है और इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल किये जाने से इस दिशा में कंपनी की वचनबद्धता स्पष्ट होती है। इस सूची में 30 लीडर्स को विभिन्न उद्योगों में उनकी महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए मान्यता दी जाती है।
यह सम्मान विशेष रूप से इसलिए उल्लेखनीय है क्योंकि यह एक बेहद प्रतिस्पर्धी माहौल में प्राप्त हुआ है। इस सम्मान के लिए उद्योग संवर्धन और आतंरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के अनुसार पूरे देश में 5500 से अधिक मान्यता-प्राप्त एडटेकक स्टार्टअप हैं। इसे देखते हुए, शिक्षा श्रेणी में एकमात्र प्रतिनिधि के रूप में नेक्स्टवेव के को-फाउंडर्स का चुना जाना इस क्षेत्र में उनके भारी योगदान का प्रतीक है।
नेक्स्टवेव के को-फाउंडर और चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, अनुपम पेडार्ला ने कहा कि, “युवा हमारे देश की ताकत हैं और उन्हें सही कौशल से लैस करके भारत एक ग्लोबल लीडर बन सकता है। हमारा लक्ष्य टेक्नोलॉजी की विश्व-स्तरीय शिक्षा को भारत के कोने-कोने में पहुँचाना है। हमारा मानना है कि हर स्टूडेंट के भीतर काफी संभावना होती है, और उचित गाइडेंस से वे अविश्वसनीय सफलता हासिल कर सकते हैं। हमारे नेक्स्टवेव स्टूडेंट्स ने इस मान्यता को बार-बार सही साबित किया है। नेक्स्टवेव हज़ारों युवाओं के जीवन में बदलाव ला रही है और फोर्ब्स से मिली यह मान्यता इसका प्रमाण है।”
नेक्स्टवेव के को-फाउंडर और हेड ऑफ़ कस्टमर एक्सपीरियंस, शशांक रेड्डी गुज्जुला ने कहा कि, “यह मान्यता महज एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं बल्कि नेक्स्टवेव की पूरी टीम के कठिन परिश्रम का प्रमाण है। साथ ही, इसमें हमारे स्टूडेंट्स का भी महत्वपूर्ण योगदान है जो बड़े सपने देखते हैं और शानदार सफलता प्राप्त करने के लिए लगातार सीखते हैं। इस तरह की प्रशंसाओं से हमें टेक्नोलॉजी सेक्टर में मौजूद बेशुमार अवसरों के लिए अपने युवाओं को तैयार करने के लक्ष्य की ओर बढ़ने की और ज्यादा प्रेरणा मिलती है।”
नेक्स्टवेव युवाओं को आधुनिक इंडस्ट्री 4.0 टेक्नोलॉजी कौशल लैस करना और उन्हें भरोसेमंद प्लेसमेंट सपोर्ट प्रदान करना चाहता है। नेक्स्टवेव ने काफी तरक्की की है और आज यह देश में सबसे तेजी से बढ़ रहे एडटेक स्टार्टअप्स में से एक बन चुका है। इसका पूरा ध्यान देशी भाषाओं में टेक्नोलॉजी में कॅरियर बनाने के लिए स्टूडेंट्स का कौशल बढ़ाने पर केन्द्रित है।